लाइव न्यूज़ :

ओडिशा सरकार ने किया दावा, चक्रवात अम्फान से राज्य में किसी की मौत नहीं, 45 लाख लोग प्रभावित

By भाषा | Updated: May 22, 2020 17:25 IST

ओडिशा सरकार ने दावा किया है राज्य में क्रवात ‘अम्फान’ के कारण किसी की मौत नहीं हुई है। लेकिन करीब 45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और तटीय जिलों में बहुत सारे मकानों को नुकसान हुआ है।

Open in App
ठळक मुद्देओडिशा सरकार ने शुक्रवार को कहा कि चक्रवात ‘अम्फान’ के कारण राज्य में किसी की मौत नहीं हुई लेकिन करीब 45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। केंद्रपाड़ा जिले में चक्रवात से जुड़ी मौतों की खबरें मिली लेकिन विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने दावा किया कि अलग कारणों से मौत हुई ।

भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को कहा कि चक्रवात ‘अम्फान’ के कारण राज्य में किसी की मौत नहीं हुई लेकिन करीब 45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और तटीय जिलों में बहुत सारे मकानों को नुकसान हुआ है। भद्रक और केंद्रपाड़ा जिले में चक्रवात से जुड़ी मौतों की खबरें मिली लेकिन विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने दावा किया कि अलग कारणों से मौत हुई। उन्होंने बताया कि इन दोनों जिलों के जिलाधिकारियों के मुताबिक चक्रवात से मौत की पुष्टि नहीं हुई।

अधिकारी ने बताया कि ये तथ्य है कि 19 मई को चार वर्षीय बच्चे और 67 साल की एक महिला की मौत हुई लेकिन उन दोनों की मौत चक्रवात के कारण नहीं हुई । भद्रक के जिलाधिकारी ज्ञानरंजन दास और केंद्रपाड़ा के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने बताया कि वे खुद दोनों घरों में गए थे । दास ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हां मैं भद्रक के तिहडी प्रखंड में बच्चे के घर गया था।

लेकिन मैंने देखा कि घर की दीवारें सुरक्षित थी और उन्हें नुकसान नहीं हुआ था । ऐसा कहा गया था कि चक्रवात के कारण बच्चे की मौत हुई लेकिन तथ्यों को देखते हुए मैं इससे सहमत नहीं हूं । ’’ वर्मा ने कहा कि पक्का मकान होने के कारण घर को कोई नुकसान नहीं हुआ । महिला की मौत स्वाभाविक तौर पर हुई। बहरहाल, दोनों जिलाधिकारियों ने कहा कि मामले में वे पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं ।

आपदा से निपटने की रणनीति बनाते समय राज्य सरकार ने तय किया था कि ऐसी व्यवस्था करने की जरूरत है कि एक भी व्यक्ति की मौत न हो। अधिकारियों ने बताया कि यह पहला मौका है जब चक्रवात के कारण राज्य में किसी की मौत नहीं हुई । नवीन पटनायक सरकार ने 20 साल के अपने कार्यकाल में छह चक्रवात - फेलिन (2013), हुदहुद (2014), तितली (2018), फोनी और बुलबुल (2019) और अम्फान का सामना किया है । पटनायक 2000 में राज्य के मुख्यमंत्री बने थे ।

इससे एक साल पहले ही राज्य ने भीषण चक्रवात का सामना किया था जिसमें 10,000 लोगों की मौत हो गयी थी और बड़े पैमाने पर तबाही हुई थी । पूर्व मुख्य सचिव ए पी पाधी ने बताया कि कार्यभार संभालने के तुरंत बाद पटनायक ने ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ओएसडीएमए) का गठन किया और चक्रवात तथा बाढ़ जैसी आपदा से जूझने के लिए खाका तैयार किया। मुख्य सचिव ए के त्रिपाठी ने बताया कि भारत मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर राज्य सरकार ने सारी तैयारियां की जिसके कारण जान के नुकसान को बचाया गया । त्रिपाठी ने कहा, ‘‘खतरे वाले और निचले क्षेत्रों से हमने दो लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। इससे लोगों की जान बचाने में मदद मिली।’’ 

टॅग्स :ओड़िसानवीन पटनायकचक्रवाती तूफानचक्रवाती तूफान अम्फानपश्चिम बंगाल
Open in App

संबंधित खबरें

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतTMC ने MLA हुमायूं कबीर को पार्टी ने किया सस्पेंड, बंगाल में बाबरी मस्जिद बनाने पर दिया था बयान

भारतCyclone Ditwah: दक्षिणी भारत में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, चेन्नई समेत कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद

भारतक्या नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे अभिषेक बनर्जी?, 2026 में बन सकते पश्चिम बंगाल सीएम?

क्राइम अलर्ट3 माह पहले दोस्ती, रात 9 बजे बस स्टॉप पर इंतजार, 3 लोग कार से आए और जबरन बैठाया, मादक पदार्थ देकर छेड़छाड़, अल्ताफ आलम अरेस्ट और 2 की तलाश जारी

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई