नई दिल्ली: मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस नरेद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आयी है। इसके पहले विपक्ष 20 जुलाई 2018 को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला चुका है। तो बीते 9 साल के अब तक के दोहरे कार्यकाल में यह विपक्ष द्वारा लाया गया दूसरा अविश्वास प्रस्ताव है। हालांकि इससे मोदी सरकार को कोई खतरा नहीं है। इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि संसद में मौजूदा समय में किस दल के पास कितने सांसद हैं।
संसद में लोकसभा की 543 सीटों में फिलहाल 6 खाली हैं। मौजूदा समय में लोकसभा सांसदों की संख्या 537 है। यानी सरकार को सुरक्षित रहने के लिए केवल 269 सांसदों के वोट की जरूरत है। बीजेपी के पास खुद से 301 सांसद हैं। अगर सहयोगियों को जोड़ दिया जाए तो ये आंकड़ा 333 तक पहुंच जाता है। लोकसभा में बीजेपी के 301 सांसद, सहयोगी शिवसेना (शिंदे) के 13, आरएलजेपी के 5, अपना दल सोनेलाल के 2, एलजेपी (राम विलास) के 1, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) के 1, एजेएसयू के 1, एनडीपीपी के 1, एनपीएफ के 1, एनपीपी के 1, एसकेएम के 1, एमएनएफ के 1 सांसद हैं। बीजेपी को सुमनलता एवं नवनीत कौर राणा के रूप में 2 निर्दलिय सांसदों का समर्थन भी प्राप्त है। इसके अलावा वाईएसआरसीपी के 22 सांसद भी अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी के साथ हैं।
विपक्ष ( I.N.D.I.A.) में कितना है दम
कांग्रेस विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है। मौजूदा समय में कांग्रेस के पास 50 सांसद हैं। विपक्षी गठबंधन ( I.N.D.I.A.) में डीएमके के 24, तृणमूल कांग्रेस के 23, जेडीयू के 16, शिवसेना (यूबीटी) के 6, एनसीपी (शरद पवार) के 6, समाजवादी पार्टी के 3, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के 3, जम्मू एंड कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के 3, सीपीआई (एम) के 3, सीपीआई के 2, आम आदमी पार्टी के 1, जेएमएम के 1, आरएसपी के 1, वीसीके के 1, केरल कांग्रेस (मनि) के 1 सांसद हैं। इसके अलावा विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव पर भारत राष्ट्र समिति का समर्थन भी प्राप्त है जिसके पास 9 सांसद हैं।
हालांकि मणिपुर के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिशों में जुटे विपक्ष का उद्देश्य सरकार गिराना नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में आने के लिए मजबूर करना है।