पटना, 26 जून: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को फोन कर के आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के तबियत की जानकारी ली। जिसको लेकर लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी नीतीश पर तंज कसा है। तेजस्वी ने ट्वीट किया कि फिस्टुला ऑपरेशन रविवार को हुआ था। उनके स्वास्थ्य पर पूछताछ करने के लिए देरी से किया गया कर्टसी कॉल के अलावा कुछ भी नहीं था। आश्चर्य की बात है नीतीशजी ने अस्पताल में भर्ती होने के 4 महीने के बाद नीतीशजी ने बीमार के स्वास्थ्य का हाल चाल पूछा है। मैं आशा है कि वह बीजेपी / एनडीए मंत्रियों से मिलने के बाद पूछताछ करने के बाद वह अंतिम नेता हैं।
मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों के मुताबिक नीतीश ने अपने पुराने सहयोगी से प्रतिद्वंद्वी बने लालू से फोन पर बातकर उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। वह मुंबई स्थित एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में फिस्टुला के ऑपरेशन के लिए गत रविवार को भर्ती हुए। पिछले साल महागठबंधन में शामिल राजद और कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा नीत राजग में शामिल हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश के अब भाजपा से असहज महसूस करने की अटकलों के बीच यह परिवर्तन देखा जा रहा है। करोड़ों रुपये के चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू को इलाज के लिए वर्तमान में अस्थायी जमानत मिली हुई है।
ये भी पढ़ें: कोर्ट की पुलिस को फटकार, पूछा- वारंट होने के बावजूद दाती महाराज को गिरफ्तार क्यूं नहीं किया
बता दें कि बीते दिनों तेजस्वी ने कहा था कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में अन्य दलों को 'ड्राइविंग सीट' पर रखना चाहिए जहां वह सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 में बीजेपी का मिलकर मुकाबला करने के लिए 'अहंकार' को दूर रखने की जरुरत है। राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार का मुद्दा इतना महत्वपूर्ण नहीं है। विपक्षी दलों के लिए 'संविधान बचाने' के वास्ते सबसे ज्यादा जरुरत एक साथ आने की है।
ये भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जमकर बरसी लाठी
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा था, 'मेरी नजर में प्रधानमंत्री उम्मीदवार के बारे में बात प्राथमिकता नहीं है क्योंकि देश खतरे का सामना कर रहा है। संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण खतरे में है।'