पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में छपरा शराब त्रासदी को मुद्दा बनाने के लिए विपक्षी दल भाजपा को जबरदस्त लताड़ लगाई। शराबकांड को लेकर बीते दो दिनों से विधानसभा में हो रहे हंगामे पर रोष प्रगट करते हुए नीतीश ने भाजपा सदस्यों पर हमला करते हुए कहा कि ये सब तो हिंदू-मुस्लिम करवाता है।
उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य में भी जहरीली शराब पीने के कारण लोग मरते हैं, वहां तो इस तरह से हंगामा नहीं किया जाता है, आखिर यो लोग चाहता क्या है, शराब पीकर मरने वालों को मुआवजा दें हम। तो एक बात साफ सुन लीजिए कि शराब पीकर मरने वालों को कोई मुआवजा नहीं देंगे। हम बार-बार कहते हैं कि शराब एक गंदगी और इससे दूर रहना चाहिए फिर भला क्यों मुआवजा दें शराब से मरने वालों को।
बेहद आक्रामक तेवर में विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए नीतीश कुमार ने कहा, "बिहार में जहरीली शराब से मरने वाली घटनाएं शराबबंदी लागू होने के पहले भी आती थी और शराबबंदी लागू होने के बाद वो संख्या कम है और दूसरी जगह जहां शराबबंदी नहीं है, वहां भी जहरीली शराब पीकर लोग मर रहा है। टॉप है मध्य प्रदेश, कहां नहीं है। यूपी से लेकर सब जगह का देख लीजिए हिसाब-किताब।"
अपनी बात को बढ़ाते हुए नीती कुमार ने कहा, दरअसल बात यह है कि लोग जहरीली शराब पीकर मरा और हम लोग तो खुद ही प्रचार कर रहे हैं कि शराब पीयोगे तो मरोगे। (प्रेस पर हमला करते हुए नीतीश ने कहा) अब उसी को सब दूसरे तरीके से बता रहे है। अरे दूसरी जगह भी मरता है तो उसे काहें नहीं छापते हो। उसको बताओ। जहां शराबबंदी नहीं लागू वहां भी यही हाल है। अब तो यह जान लीजिए कि हम एक और जाकर कहेंगे कि अगर शराब के पक्ष में कोई बोल रहा है तो आप याद रखिये े कभी आपके हित में नहीं जाएगा।"
संबोधन के क्रम में सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा सदस्यों द्वारा सदन में किये जा रहे शोर-शराबे पर हमला करते हुए कहा, "ये गलत बात है और ये लोग (भाजपा विधायक) सबसे ज्यादा कर रहा है। झगड़ा कराने में लगा हुआ है... हिंदू-मुस्लिम में कहीं न कहीं। कह रहा है कि हमको गाली देना ताकि मुसलमान हमको वोट दे देगा। (गुजरात के मोरबी पुल हादसे पर हमला) वो उस राज्य में पुल गिरा, इतने लोग मरे और एक दिन छपा और उसके बाद कुछ नहीं छपा। वहीं बंगाल में पुल गिरा तो कितना दिन चला। तो इ लोग का तो हिसाब-किताब ही ऐसा है। दूसरी जगह गंदगी होगा तो नहीं छपेगा और बिहार में होगा तो कहेंगे, देखे मरा, शराब पीकर मरा। मत पीयो, मरोगे। इसका तो हम और ज्यादा प्रचार करावाएंगे।"
विपक्षी सहस्यों द्वारा शराब त्रासदी में मारे गये लोगों को मुआवजा देने की मांग पर नीतीश कुमार ने कहा, "शराब पीकर मर जाएगा तो उसको हम लोग मुआवजा देंगे। सवाल ही नहीं पैदा होता है। ये कभी मत सोचिएगा और अगर यही करना है तो सब मिलकर तय कर लीजिए। यही कहिये कि खूब शराब पीयो इसलिए यह सब ठीक नहीं है। पीयेगा, गड़बड़ पीयेगा तो मरेगा। को इस बात का ध्यान रखिये, हम यही आग्रह करेंगे।"