पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित विपक्षी नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों के छापे पर बोलते नजर आए। तेजस्वी यादव सहित विपक्षी नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों के छापे पर नीतीश कुमार ने कहा, "...यह 2017 में हुआ था। फिर हम (जेडीयू-आरजेडी) अलग हो गए...5 साल बीत गए और जब हम एक साथ आए, तो फिर से छापे पड़े। मुझे क्या कहना चाहिए?..."
बता दें कि संघीय एजेंसी ने हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से क्रमश: दिल्ली और पटना में पूछताछ की थी। यह मामला रेलवे में कथित तौर पर नौकरी पाने के लिए लालू प्रसाद के परिवार को तोहफे में जमीन देने या जमीन बेचने से संबंधित है। यह मामला उस वक्त का है जब राजद प्रमुख 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे।
वहीं, हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू प्रसाद यादव की बेटियों और बेटे तेजस्वी यादव के परिसरों से और एक कथित भूमि में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में छापेमारी के दौरान 70 लाख नकद रुपये, 1।5 किलोग्राम सोने के आभूषण, 540 ग्राम सोना बुलियन और 900 अमेरिकी डॉलर सहित विदेशी मुद्रा बरामद की।