नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दुख की बात है कि संसद में कुछ लोग देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था से जलते हैं। भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है लेकिन विपक्ष को इससे दिक्कत है। भारत की तरक्की पर सभी को गर्व होना चाहिए लेकिन कुछ लोग इसे मजाक के तौर पर लेते हैं।
अपनी बात को जारी रखते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, "भारतीय रुपया हर मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है। रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार का इस्तेमाल किया है कि उसे यह सुनिश्चित करने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करना पड़ता है कि डॉलर-रुपये का उतार-चढ़ाव बहुत अधिक न हो जाए।" उन्होंने कहा, "आलोचना से पहले देश में बढ़ते एफडीआई और एफआईआई के आंकड़ों को देखें।"
पलटवार करते हुए कांग्रेस (तेलंगाना) के एआर रेड्डी ने दावा किया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके बारे में बुरी बातें कही क्योंकि उनकी भाषा इतनी अच्छी नहीं थी क्योंकि वह एक निचली जाति से थे, जिसके कारण सत्ता पक्ष ने जोरदार विरोध किया। इए बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों को संभलकर बोलने की चेतावनी दी।