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National Science Day 2022: विज्ञान दिवस क्यों मनाते हैं? सीवी रमन से क्या है कनेक्शन, जानें इसके बारे में 10 बातें

By विनीत कुमार | Updated: February 28, 2022 07:32 IST

National Science Day 2022: महान भारतीय वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकट रमन ने 'रमन प्रभाव' (Raman Effect) की खोज की थी। इसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से भी नवाजा गया। इसी महान खोज को याद करते हुए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस देश में 28 फरवरी को मनाया जाता है।

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ठळक मुद्देसीवी रमन ने कोलकाता के 'इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टीवेशन ऑफ साइंस' की प्रयोगशाला में काम करते हुए 'रमन प्रभाव' की खोज की।सीवी रमन को भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से साल 1930 में सम्मानित किया गया था।सीवी रमन को 1954 में 'भारत रत्न' से नवाजा गया, 1987 से मनाया जा रहा है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस।

नई दिल्ली: भारतीय भौतिकविज्ञानी चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा 'रमन प्रभाव' (Raman Effect) की खोज को याद करते हुए हमारे देश में हर साल 28 फरवरी को नेशनल साइंस या राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। विज्ञान से होने वाले लाभों के प्रति समाज में जागरूकता लाने और वैज्ञानिक सोच पैदा करने के उद्येश्य से यह दिन मनाया जाता है। 

National Science Day 2022: विज्ञान दिवस के बारे में 10 जरूरी बातें

1. भारतीय वैज्ञानिक सीवी रमन ने कोलकाता के 'इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टीवेशन ऑफ साइंस' की प्रयोगशाला में काम करते हुए रमन प्रभाव की खोज की थी। उनकी खोज के लिए सीवी रमन को भौतिकी में प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

2. सीवी रमन को 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से भी सम्मानित किया गया था। नोबेल पुरस्कार उन्हें 1930 में दिया गया था।

3. सीवी रमन का पूरा चंद्रशेखर वेंकट रमन था। उनका जन्म 7 नवंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुचिलापल्ली में हुआ था। 21 नवंबर 1970 को 82 साल की उम्र में उनका निधन हुआ।

4. भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी को हर साल मनाया जाता है। यूनेस्‍को द्वारा 10 नवंबर की तारीख को 'विज्ञान दिवस’ के रूप में मनाने का चलन है।

5. सीवी रमन विज्ञान का नोबेल जीतने वाले पहले भारतीय होने के साथ ये उपलब्धि हासिल करने वाले पहले एशियाई भी थे। 

6. सीवी रमन ने 'रमन प्रभाव' की खोज करते हुए साबित किया था कि जब प्रकाश किसी पारदर्शी वस्तु के बीच से गुजरता है तो प्रकाश का कुछ हिस्सा विक्षेपित होता है, इसकी वेब लेंथ में बदलाव होता है।

7. साल 1986 में राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (NCSTC) ने भारत सरकार से 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में घोषित करने के लिए कहा था।

8. भारत सरकार ने प्रस्ताव को स्वीकार किया और उस दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में घोषित किया। पहला राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी 1987 को देश में मनाया गया था।

9. इस साल यानी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2022 की थीम 'सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण' (Integrated Approach in Science and Technology for Sustainable Future) है।

10. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के दिन देश में सभी विज्ञान संस्थानों जैसे प्रयोगशालाओं, एकेडमी, स्कूल, कॉलेज आदि में वैज्ञानिक गतिविधियों से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। टीवी और रेडियो सहित अन्य माध्यमों से विज्ञान के महत्व का प्रचार-प्रसार किया जाता है। विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाले व्यक्तियों को राष्ट्रीय व दूसरे पुरस्कारों से सम्मानित करने की परंपरा है।

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