लोकतंत्र का महासमर सात चरणों के सफर को तय करते हुए दो चरणों को पूरा कर चुका है। ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी ने केरल में न केवल कांग्रेस पर निशाना साधा बल्कि विपक्ष के दूसरे दलों पर भी कटाक्ष किया है। पीएम मोदी ने यहां कहा कि यह चुनाव इस बात का फैसला करेगा कि भारत कानून बनाने वाला देश बनेगा या दूसरों के बनाये गए कानून पर आगे बढ़ेगा।
मोदी ने कहा कि इस तरह के हालात में केरल के लोगों के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है खास तौर से पहली बार मत डालने वाले युवाओं को ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे केरल के लोग बीजेपी को प्यार दे रहे हैं। मोदी ने कगा कि वो आज यहां के लोगों से आशीर्वाद लेने आएं हैं,ताकि जो भरोसा आप लोगों ने दिखाया है उस भरोसे को देश के विकास में लगा सकूं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका वायनाड आना केरल के लोगों से प्यार नहीं है, बल्कि संसद में जगह सुरक्षित करने के लिए वायनाड सीट का चुनाव किया। राहुल गांधी कहते हैं कि वो सीपीएम के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे। ये अपने आप में विरोधाभास है कि वो केरल में सीपीएम के साथ कुश्ती लड़ते हैं और दिल्ली में दोस्ती करते हैं यही तो इनका खेल है।
मोदी ने कहा केरल की राजनीति में दशकों से कम्युनिस्ट एलडीएफ और सांप्रदायिक यूडीएफ का प्रभुत्व रहा है, लेकिन उन्होंने केरल के लोगों को बुरी तरह निराश किया है। उन्होंने कहा, भाजपा ऐसा विकल्प पेश करती है जो समावेशी, लोकतांत्रिक और करूणामयी है। हम हर एक नागरिक की सेवा करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कहते हैं कि वायनाड की जगह वो त्रिवेंद्नम से भी चुनाव लड़ सकते थे।क्या प्यार और सद्भाव का संदेश नो त्रिवेंद्रम से नहीं दे सकते थे। यह केरल की राजधानी है। यहां से और बेहतर संदेश दिया जा सकता था। सच ये है कि वायनाड से चुनाव लड़ना प्यार और सद्भाव की जगह तुष्टीकरण की राजनीति है।
मोदी ने कहा, ‘‘केरल में लोगों की सेवा करने पर भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमले हुए हैं और उनकी हत्या की गई है।’’ इस रैली में कासरगोड से लेकर पलक्कड़ लोकसभा सीटों तक के राजग उम्मीदवारों ने प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया। कोझीकोड बीच फ्रंट ने यह रैली आयोजित की थी। लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद केरल में यह पीएम मोदी की पहली चुनावी रैली थी। केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। 23 अप्रैल से पहले मोदी एक बार फिर केरल आ सकते हैं।