PM Modi In Kanyakumari: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी शुक्रवार को तमिलनाडु के दौरे पर थे। पीएम ने कन्याकुमारी में एक सभा को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान कहा कि मुझे तकलीफ है कि मुझे तमिल नहीं आती। लेकिन, तमिल भाषा के प्रति मेरा प्यार बहुत ज्यादा है। अपने संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि क्या आप सभी लोग मेरी मन की बात तमिल में सुनेंगे। पीएम के सवाल का जवाब देते हुए सभा में मौजूद जनता ने कहा कि हां मोदी जी।
विपक्ष पर जनकर बरसे मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जब दिल्ली में संसद की नई इमारत बनी तो तमिल संस्कृति के प्रतीक, इस धरती के आशीर्वाद स्वरुप पवित्र सेंगोल को हमने नए भवन में स्थापित किया। लेकिन इन लोगों ने इसका भी बॉयकॉट किया, उन्हें सेंगोल की स्थापना पसंद नहीं आई। डीएमके और कांग्रेस तब भी चुप बैठी रही, जब जल्लीकट्टू पर पाबंदी लगी थी। ये लोग तमिल संस्कृति को नष्ट करना चाहते हैं। ये हमारी सरकार है,एनडीए की सरकार है जिसने जल्लीकट्टू को पूरे उत्साह के साथ मनाए जाने का रास्ता साफ किया। जल्लीकट्टू तमिलनाडु का गौरव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, डीएमके तमिलनाडु के भविष्य की ही दुश्मन नहीं है।
डीएमके तमिलनाडु के अतीत की, उसकी विरासत की भी दुश्मन है। मैं अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले यहां आया था, मैंने यहां के प्राचीन तीर्थों के दर्शन किए थे। लेकिन डीएमके ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखने तक पर रोक लगाने का प्रयास किया था। सुप्रीम कोर्ट को तमिलनाडु सरकार को कड़ी फटकार लगानी पड़ी थी।
पीएम ने कहा कि हम तमिलनाडु के बंदरगाह बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं। मैंने हाल ही में थूथुकुडी में चिदंबरनार बंदरगाह का उद्घाटन किया है।हमारी सरकार मछुआरों के कल्याण के लिए भी काम कर रही है। उन्हें आधुनिक मछली पकड़ने वाली नौकाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने से लेकर किसान क्रेडिट कार्ड योजना के दायरे में लाने तक, हमने उनकी जरूरतों का ख्याल रखा है।