Narendra Modi Jayant Singh: राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी को ऑडियंस में जगह मिलने से उनके समर्थक नाराज हो गए हैं। सोशल मीडिया पर लगातार जयंत चौधरी ट्रेंडिंग में हैं। इस बीच राजनीति गलियारों में अफवाहों का बाजार भी गर्म हो गया है कि जयंत चौधरी जल्द ही एनडीए का साथ छोड़ देंगे।
हालांकि, इसमें कितनी सच्चाई है, इसे जानने से पहले आप यह जान लीजिए कि आखिर जयंत कहां थे और क्यों सोशल मीडिया पर जयंत चौधरी ट्रेंडिंग कर रहे हैं। दरअसल, शुक्रवार को संसद भवन से एनडीए सांसदों की बैठक बुलाई गई। यहां पर तीसरी बार पीएम मोदी को एनडीए दल का नेता चुना गया। 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेंगे।
साल 1962 के बाद पंडित नेहरू के बाद मोदी दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो तीसरे टर्म के लिए शपथ लेंगे। संसद भवन में लोकसभा चुनाव में जीते हुए एनडीए के सांसद थे। सामने एक मंच बनाया गया था। इस मंच पर पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम नीतीश कुमार, टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, पवन कल्याण, जीतन राम मांझी, अनुप्रिया पटेल को जगह मिली थी। लेकिन, जयंत चौधरी को जगह नहीं मिली थी। इसे लेकर जयंत के समर्थक नाराज हैं।
लोगों का सवाल यह है कि जब मंच पर एक सांसद वाले जीतन राम मांझी और अनुप्रिया पटेल को जगह मिल सकती है तो दो सांसद वाले जयंत चौधरी को जगह क्यों नहीं। अब इस पर राजनीति गर्म हो गई है। समाजवादी पार्टी ने इसे अपमान बताया है। समाजवादी पार्टी की ओर से कहा गया है कि जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गयी। उन्हें नीचे बिठाया गया जबकि एक सीट वाली अनुप्रिया पटेल, एक सीट वाले अजीत पवार, जीतन मांझी सबको जगह मिली मंच पर।
लेकिन जयंत चौधरी की मंच पर नहीं दी गयी जगह। यह तो घोर अपमान है किसान नेता रहे देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी के पोते की। वहीं इंडिया गठबंधन के नेता अजय राय ने कहा कि जयंत चौधरी को जगह नहीं मिलना उनका अपमान है। इसलिए उन्हें एनडीए का साथ छोड़कर इंडिया गठबंधन में आना चाहिए।
वहीं, यूपी के कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने कहा कि जयंत चौधरी बड़े दिल के हैं। इस बात को उन्होंने नजर अंदाज किया। मंच पर कुर्सी लगने की जगह नहीं रही होगी। विपक्ष जानबूझकर इस मुद्दे को उठा रहा। एनडीए सरकार में जयंत चौधरी को बड़ा विभाग मिलेगा।