अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने राम मंदिर पर बीजेपी को घेरते हुए कहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी की दिलचस्पी राम मंदिर बनाने में नहीं है। साथ ही नरेंद्र गिरी ने साफ किया कुंभ के बाद सभी संत अयोध्या में जुटेंगे और मंदिर बनाने का काम शुरू किया जाएगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार नरेंद्र गिरी ने कहा, 'कुंभ के मेले के बाद हमने फैसला किया है कि सभी संत अयोध्या में मिलेंगे और राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू होगा। बीजेपी राम मंदिर बनाने में दिलचस्पी नहीं ले रही है क्योंकि वे चुनाव के लिए इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं।'
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 29 जनवरी से शुरू हो सकती है। इस मामले की आखिरी सुनवाई में पांच जजों की बेंच का गठन किया गया था लेकिन जस्टिस यूयू ललित ने आपत्ति जताये जाने के बाद खुद को इससे अलग कर लिया था।
नरेंद्र गिरी से पहले पहले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी बीजेपी के रवैये पर नाराजगी जता चुके हैं और यहां तक कह दिया अगर कांग्रेस ने मंदिर निर्माण को अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया तो विहिप इस पार्टी को समर्थन देने पर विचार कर सकती है। हालांकि, बाद में आलोक ने अपने बयान से पल्ला झाड़ लिया और कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया।