नई दिल्ली: अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती ने फिर से एक भड़काऊ बयान दिया है। एक वीडियो जारी कर नसिंहानंद सरस्वती ने केंद्र सरकार के हर घर तिरंगा अभियान का विरोध किया है और हिंदूओं से अपील की है कि वो तिरंगे का बहिष्कार करें और घर पर भगवा ध्वज फहराएं।
वायरल वीडियो में नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा है, "तिरंगे के नाम पर एक बहुत बड़ा अभियान इस देश में चल रहा है और वो भारत की सत्तारूढ़ पार्टी करवा रही है। तिरंगे का सबसे बड़ा ऑर्डर बंगाल की कंपनी में एक सलाउद्दीन नाम के मुसलमान को दिया गया है। दुनिया के सबसे बड़े पाखंडी अगर कोई हैं तो वो हिंदू हैं। वो हिंदुओं के दलाल जो मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार की बात करते हैं, जब इनकी सरकार बन जाती है तो सरकारी ठेके भी मुसलमान को देते हैं। ये कितना बड़ा षडयंत्र है। हिंदुओं इस अभियान का बहिष्कार करो।"
अपने भड़काऊ वीडियो में डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती आगे कहते हैं, "अगर जिंदा रहना है तो मुसलमानों को पैसे देने वाले इस तिरंगा अभियान का बहिष्कार करो। घर में पुराना तिरंगा लगाओ, लेकिन सलाउद्दीन को एक भी पैसा मत दो। ये तुम्हारे पैसों पर मुसलमानों को अमीर बनाकर तुम्हारे बच्चों की हत्या का इंतजाम नहीं कर सकते। किसी भी मुसलमान के पास जब हिंदू का पैसा जाता है तो वो जिहाद के लिए जकात देता है और वही जकात तुम्हारे और तुम्हारे बच्चों के कत्ल के लिए काम आती है। तिरंगे का बहिष्कार करो क्योंकि इस तिरंगे ने तुम्हे बर्बाद किया है। हिंदू के घर पर भगवा ध्वज होना चाहिए।"
गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती ने पहली बार कोई विवादित बयान नहीं दिया है। इससे पहले भी नरसिंहानंद भड़काऊ और सांप्रदायिक बयानबाजी कर चुके हैं। इससे पहले नरसिंहानंद सरस्वती ने कह चुके हैं कि अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बना तो 20 साल में 50 प्रतिशत हिंदुओं का धर्मांतरण हो जाएगा।
इतना ही नहीं नरसिंहानंद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ भी टिप्पणी कर चुके हैं। महात्मा गांधी को नरसिंहानंद ने करोड़ों हिदुओं का हत्यारा कहा था। नरसिंहानंद ने कहा था कि हिंदुओं के पास के पास कहने के लिए अपनी एक इंच जगह भी नहीं है। महात्मा गांधी के कारण आज हमारे संत, महात्मा जेल जा रहे हैं। इस मामले में केस दर्ज होने पर नरसिंहानंद ने कहा था कि उनका वीडियो पुराना है और किसी ने साजिश के तहत इसे वायरल कर दिया है। वह 'हिन्दू स्वाभिमान' नामक संस्था भी चलाते हैं।