नागपुरः मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने पहली बार माना है कि नागपुर में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है. उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों से नए संक्रमितों की संख्या औसतन 1800 से 1900 के करीब आ रही है.
इस पर ब्रेक लगाने के लिए कठोर निर्णय लेते हुए 15 से 21 मार्च के बीच लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है. जांच के मामले में नागपुर राज्य में दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है. कोविड संक्रमण की समीक्षा के लिए शुक्रवार को महापौर दयाशंकर तिवारी की तरफ से समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया.
इस दौरान आयुक्त ने यह जानकारी दी. आयुक्त ने आगे कहा कि नागरिकों में कोविड का डर कम हो गया है. कई स्थानों पर नियमों का पालन नहीं किया जा रहा. यही वजह है कि नागपुर शहर में संक्रमण बेलगाम हो चुका है. शहर में जांच बढ़ाने के लिए 40 मोबाइल सेंटर्स शुरू किए गए हैं.
शहर में अधिकाधिक लोगों का आगामी 8 दिनों में पंजीयन करके टीकाकरण किया जाएगा. वहीं स्लम के नागरिकों के लिए बस की व्यवस्था कर टीकाकरण कराया जाएगा. इसके लिए पार्षदों का सहयोग लगेगा. टीकाकरण, टेस्टिंग और कठोर निर्णय के भरोसे कोविड संक्रमण को मात देंगे. नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा.
महापौर तिवारी और आयुक्त ने निर्णय लिया कि शहर में 10 और नए टीकाकरण केंद्र बढ़ाए जाएंगे, ताकि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई जा सके. महापौर तिवारी ने कहा कि कोविड को नियंत्रित करने के लिए सुपर स्प्रेडर श्रेणी में आने वाले हॉकर्स, स्लम के नागरिक, हाथ ठेलेवाले, सब्जी वाले आदि की जांच के लिए पार्षद मदद करें.
बैठक में उपमहापौर मनीषा धावडे़, विधायक कृष्णा खोपड़े, प्रवीण दटके, विकास कुंभारे, पूर्व महापौर संदीप जोशी, स्थायी समिति सभापति प्रकाश भोयर, सत्तापक्ष नेता अविनाश ठाकरे, परिवहन समिति सभापति नरेन्द्र बोरकर, अतिरिक्त आयुक्त जलज शर्मा, राम जोशी, संजय निपाणे, मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. सुधीर गुप्ता, मेयो अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ.अजय केवलिया, डॉ.सागर पांडे, मनपा के चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय चिलकर, अति. सहायक चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय जोशी आदि उपस्थित थे.
14 दिन घर से न निकलेंः महापौर दयाशंकर तिवारी ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को 14 दिन तक किसी भी हाल में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. नियमों का उल्लंघन करने वालों पर मनपा ने कार्रवाई शुरू की है. लेकिन लोगों को खुद जागरुक होना पड़ेगा. पार्षदों के साथ गणेश उत्सव मंडल, दुर्गा मंडल व सामाजिक संस्थाओं की मदद लें.
लॉकडाउन से गरीब होंगे बेहालः प्रवीण दटके ने लॉकडाउन का विरोध करते हुए कहा कि लॉकडाउन से गरीबों की कमर टूट जाएगी. रोजाना कमाने और खाने वालों को भूखों रहना पड़ सकता है. ऐसे में गरीबों के भोजन की व्यवस्था प्रशासन की तरफ से की जानी चाहिए.
अंतिम समय पर भेजते हैं रोगियों कोः मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में मेडिकल में 214 रोगी भर्ती हैं और 15 रोगी वेंटीलेटर पर हैं. निजी अस्पताल में जब कोविड संक्रमितों के पास के पैसे खत्म हो जाते हैं तो उन्हें मेडिकल में भेज दिया जाता है. ऐसे में संक्रमितों का इलाज कठिन हो जाता है. इस पर रोक लगनी चाहिए. फोटो- बैठक के दौरान उपस्थितों से चर्चा करते हुए महापौर दयाशंकर तिवारी व आयुक्त राधाकृष्णन बी. साथ में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, डॉक्टर.