नई दिल्ली, 21 जुलाई: लोकसभा में विपक्षी पार्टी टीडीपी द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार( 20 जुलाई) को वोटिंग के बाद गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में 325 वोट पड़े जबकि इसके पक्ष में सिर्फ 126 वोट ही पड़े। इस प्रस्ताव पर कुल 451 सदस्यों ने वोट दिया।
अविश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए उन पर सत्ता का अहंकार दिखाने और ओछी बात करने का आरोप लगाया है। सचिवालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आंध्रप्रदेश के साथ किए गए वादे के साथ इंसाफ नहीं किया। राज्य को 2014 में विभाजन के बाद बहुत नुकसान का सामना करना पड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा , आंध्रप्रदेश के पांच करोड़ लोगों को उम्मीद थी कि (केंद्र सरकार को) पछतावा होगा और भूल सुधार की जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चंद्रबाबू ने आरोप लगाया , ''प्रधानमंत्री अहंकारी हैं। उन्होंने सत्ता का अहंकार दिखाया है। वह इस तरह बोले कि हमारे राज्य का उपहास उड़ाया गया। वह ओछी बातें कर रहे हैं।''
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उन्होंने कहा, हमारी निरंतर सरकार के साथ लड़ाई के हिस्से के रूप में, हमने इस अविश्वास प्रस्ताव को पेश किया। पिछले चार सालों में, मैं 29 बार दिल्ली गया था। आंध्र प्रेदश को न्याय करने के बजाय, बीजेपी मुझ पर राजनीतिक हमले का सहारा ले रहे थे और आरोप लगा रहे हैं कि मैंने यू-टर्न लिया।"
वहीं अविश्वास प्रस्ताव के बाद पीएम मोदी ने कहा, एनडीए को लोकसभा और भारत के 125 करोड़ लोगों का विश्वास है। मैं उन सभी पार्टियों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने आज वोट में हमें समर्थन दिया है। भारत को बदलने और हमारे युवाओं के सपने को पूरा करने के हमारे प्रयास जारी हैं।
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद लोकसभा की कार्रवाई सोमवार( 23 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दी गई। बता दें कि यह प्रस्ताव आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के मांग को लेकर टीडीपी लेकर आई थी। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था।
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