मुंबईः मुंबई में मॉनसून से बुरा हाल है। वसई में वसंत नगरी और एवरशाइन रोड पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। हर साल की तरह इस बार भी वसई के मीठागर इलाके में बाढ़ आ गई है, जिसमें लगभग 200 से 400 लोग फंस गए हैं। अधिकारियों को उन्हें बचाने में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। नालासोपारा के विशाल नगर, एच कॉलोनी, सी कॉलोनी और विद्यामंदिर रोड इलाकों में भी गंभीर जलभराव की सूचना मिली है। तुलजुंज रोड और अचोले इलाके भी जलमग्न हैं। विरार में कल से लगभग 30 से 40 इमारतों में पानी भर गया है। कई घरों में पानी घुस गया है, जिससे निवासियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
अंधेरी-बोरीवली खंड में सुबह 2 बजे से 5 बजे के बीच केवल तीन घंटों में 50 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने सोमवार को शहर में हुई भारी बारिश के बाद स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली सात में से छह झीलें पहले ही उफान पर हैं, और अब कुल जल भंडार 91 प्रतिशत हो गया है।
मुंबई विश्वविद्यालय ने 19 अगस्त, 2025 को होने वाली अपनी परीक्षाएँ स्थगित कर दीं। एक आधिकारिक बयान में विश्वविद्यालय ने कहा कि भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए और छात्रों की असुविधा से बचने के लिए, विश्वविद्यालय ने आज होने वाली सभी परीक्षाएँ स्थगित कर दी हैं। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, परीक्षाओं को 23 अगस्त के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है।
मुंबई बारिश: सरकारी कार्यालय बंद, निजी कंपनियों से कर्मचारियों को घर से काम करने देने की अपील
मौसम विभाग द्वारा जारी अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर मुंबई में मंगलवार को सभी सरकारी और अर्द्ध-सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने यह जानकारी दी। बीएमसी ने मुंबई के सभी निजी प्रतिष्ठानों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों को घर से काम करने दें।
बीएमसी ने मंगलवार सुबह एक बयान में मुंबई और उपनगरों में लगातार हो रही भारी बारिश तथा भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी ‘रेड अलर्ट’ के मद्देनजर एहतियात के तौर पर सभी सरकारी और अर्द्ध-सरकारी कार्यालयों को बंद करने की घोषणा की। बयान में कहा गया है कि यह निर्णय आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, सभी बीएमसी कार्यालयों और सरकारी प्रतिष्ठानों पर लागू होगा।
बीएमसी ने कहा, ‘‘मुंबई और उपनगरों में बहुत भारी बारिश के ‘रेड अलर्ट’ को देखते हुए सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी और बीएमसी कार्यालय (आवश्यक सेवाओं को छोड़कर) आज बंद रहेंगे।’’ एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार सुबह आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों में मुंबई, पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमशः 186.43 मिलीमीटर, 208.78 मिलीमीटर और 238.19 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई।
आईएमडी ने मंगलवार को मुंबई और इसके उपनगरों में ‘‘बहुत भारी से अत्यंत भारी’’ बारिश का पूर्वानुमान जताया था और कभी-कभी 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान हैं। सुबह और देर शाम बारिश से यातायात जाम होने की आशंका है।
वहीं, सुबह नौ बजकर 16 मिनट पर समुद्र में 3.75 मीटर ऊंची लहरें उठीं और रात आठ बजकर 53 मिनट पर 3.14 मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान है। लोगों ने दादर, माटुंगा, परेल और सायन के निचले इलाकों में रेलवे पटरियों पर जलजमाव की शिकायत की। रेलवे अधिकारियों ने दावा किया कि पानी पटरी के स्तर से नीचे था इसलिए ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई। हालांकि ट्रेन सेवाएं देरी से चलीं।
हिंदमाता, अंधेरी सबवे और ‘ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे’, मुंबई-गुजरात राजमार्ग और ‘ईस्टर्न फ्रीवे’ के कुछ हिस्सों में भी जलजमाव की खबर है। मुंबई उपनगरीय नेटवर्क पर अंबिवली और शहाड़ स्टेशनों के बीच सिग्नलिंग प्रणाली में सुबह तकनीकी खराबी आने से स्थिति और खराब हो गई।
मध्य रेलवे के एक प्रवक्ता के अनुसार, सुबह आठ बजे के आसपास मध्य रेलवे की मुख्य लाइन पर लोकल ट्रेनें 10 मिनट और हार्बर लाइन पर पांच मिनट देरी से चल रही थीं। पश्चिम रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि खराब दृश्यता के कारण उपनगरीय सेवाओं में विलंब हुआ।
मुंबई बारिश: उपनगरों में 24 घंटे में 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश, विक्रोली में सर्वाधिक
मुंबई के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटे में 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई, जिसमें पूर्वी उपनगरों के विक्रोली में सर्वाधिक 255.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटे की अवधि में सांताक्रूज वेधशाला ने 238.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की, जबकि कोलाबा वेधशाला ने 110.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की। सांताक्रूज वेधशाला में पश्चिमी उपनगरों और कोलाबा वेधशाल में दक्षिण मुंबई की मौसम से जुड़ी जानकारी जुटाई जाती है।
आईएमडी ने बताया कि विक्रोली में सबसे अधिक 255.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, इसके बाद भायखला में 241 मिलीमीटर, जुहू में 221.5 मिलीमीटर और बांद्रा में 211 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शहर के महालक्ष्मी इलाके में तुलनात्मक रूप से कम 72.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मुंबई में जनवरी से अगस्त की अवधि में मलेरिया, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस के मरीजों की संख्या बढ़ी
मुंबई में जनवरी-अगस्त 2025 के बीच मलेरिया, चिकनगुनिया और हेपेटाइटिस के मामलों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई है। नगर निकाय ने सोमवार को यह जानकारी दी। बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने ‘मानसून-संबंधी बीमारियों’ पर अपनी रिपोर्ट में कहा कि हालांकि समीक्षाधीन अवधि के दौरान डेंगू, लेप्टोस्पायरोसिस (एक जीवाणु संक्रमण जो लेप्टोस्पाइरा नामक बैक्टीरिया के कारण होता है) और गैस्ट्रोएंटेराइटिस (पेट का फ्लू) के मामलों में गिरावट देखी गई।
मुंबई में जनवरी-अगस्त (14 अगस्त तक) के दौरान मलेरिया के 4,825 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 4,021 मामलों से अधिक है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस कैलेंडर वर्ष के पहले आठ महीनों में चिकनगुनिया के 328 मामले (पिछले वर्ष 210) और हेपेटाइटिस के 703 मामले (662) दर्ज किए गए।
नगर निकाय ने बताया कि शहर में 2025 के पहले आठ महीनों (14 अगस्त तक) के दौरान डेंगू के 1,564 मामले दर्ज किए गए जो पिछले साल इसी अवधि में दर्ज किए गए 1,979 मामलों से कम है। इसके अलावा, इसी अवधि में लेप्टोस्पायरोसिस के 316 मामले (पिछले साल 553) और गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 5,510 मामले (6,133) दर्ज किए गए, जो गिरावट का संकेत है।