Mumbai Boat Accident: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में समुद्र में नाव पलटने से दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में करीबन 13 लोगों की मौत हो गई। मुंबई पुलिस के अनुसार, मृतकों में सात पुरुष, चार महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। नौका यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप ले जा रही थी, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
ये हादसा 18 दिसंबर, बुधवार को उस समय हुआ जब एक जहाज एक नाव से टकरा गई। हादसे के बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। फौरन समुद्र में गिरे लोगों का रेस्क्यू किया गया जिसमें करीबन 101 लोगों को बचाया गया जबकि 13 लोग मौत के मुंह में समा गए।
मुंबई नाव हादसे की अब तक की अपडेट
1- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गेटवे ऑफ इंडिया के पास मुंबई नाव दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों की मौत पर शोक जताया।
2- नौसेना ने एक बयान में कहा, इंजन परीक्षण से गुजर रहे नौसेना के एक जहाज ने नियंत्रण खो दिया और मुंबई के पास करंजा के पास यात्री नौका नील कमल से टकरा गया।
3- बताया जा रहा है कि नौसेना के स्पीड बोट चालक और त्रासदी के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ दक्षिण मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन में नए आपराधिक कोड बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
4- गौरतलब है कि मुंबई के साकीनाका इलाके के रहने वाले नाथाराम चौधरी (22) की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एफआईआर में जिन बीएनएस धाराओं का इस्तेमाल किया गया है, उनमें लापरवाही से मौत, दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा या जीवन को खतरे में डालने वाली कार्रवाई, जहाज पर लापरवाही से या जल्दबाजी में वाहन चलाना और शरारती कार्य शामिल हैं, जिससे व्यक्तियों या जनता को गलत तरीके से नुकसान या क्षति हो।
5- पुलिस ने बताया कि अब तक दस मृतकों के नाम की पहचान हो चुकी है और दो महिलाओं और एक पुरुष पीड़ित की पहचान होनी बाकी है। पीड़ितों के नाम हैं: महेंद्र सिंह शेखावत (नौसेना); प्रवीण शर्मा (एनएडी नाव पर कार्यकर्ता); मंगेश (एनएडी नाव पर कार्यकर्ता); मोहम्मद रेहान कुरैशी (यात्री नाव); राकेश नानाजी अहिरे (यात्री नाव); सफियाना पठान; माही पवारा (आयु 3); अक्षता राकेश अहिरे; मिठू राकेश अहिरे (आयु 8) और दीपक वी।
6- मुंबई तट पर एक नौका और नौसेना के जहाज के बीच दुर्घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले कुछ नावों के चालकों ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी ऐसी भयावह घटना नहीं देखी।
7- मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमबीपीटी) की पायलट बोट पूर्वा के ड्राइवर आरिफ बामने ने पीटीआई से कहा, "लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे और कुछ रो रहे थे। जब हम वहां पहुंचे, तो स्थिति दुखद और पूरी तरह से अराजक थी।"
8- उन्होंने आगे कहा कि 18 साल के बोट ड्राइविंग अनुभव के साथ, उन्होंने पहले भी छोटे बचाव अभियान देखे हैं, लेकिन बुधवार की घटना सबसे भयावह और दुखद थी। उन्होंने कहा कि यह अब तक का सबसे बड़ा बचाव अभियान है।
9- एक छोटी पर्यटक नाव के ड्राइवर इकबाल गोथेकर ने पीटीआई से साझा किया कि पलटी हुई नाव पर सवार लोग मदद के लिए हाथ हिला रहे थे। 2004 से ड्राइवर रहे गोटेकर ने कहा, "अपने करियर में, मैंने कभी ऐसी घटना नहीं देखी।"
10- मीडिया से बात करते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “लापता लोगों के बारे में अंतिम जानकारी कल सुबह उपलब्ध होगी। शोक संतप्त परिवारों को सीएम राहत कोष से 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। पूरे मामले की जांच पुलिस और नौसेना द्वारा की जाएगी।”