लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के औरैया में कथित तौर पर दलित छात्र की शिक्षक की पिटाई से हुई मौत के मामले में रोष व्यक्त करते हुए इसे योगी शासन में दलितों पर हो रहे अत्याचार की चरम सीमा बताया है। दलित छात्र के साथ हुई इस अमानवीय घटना पर नाराजगी जताते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने एक के बाद एक दो ट्वीट करते हुए योगी सरकार को जमकर कोसा है।
मायावती ने ट्वीट में कहा, "औरैया में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत पर सरकारी उदासीनता व लापरवाही का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है। इंसाफ व उचित कार्रवाई के अभाव में लोग काफी आक्रोशित हैं। सरकार ऐसे संगीन मामलों को रफादफा करने के बजाय तुरन्त प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करे। बीएसपी की यह मांग।"
वहीं दूसरे ट्वीट में बसपा नेत्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "यूपी में दलितों, गरीबों, मजलूमों और अल्पसंख्यकों आदि के साथ-साथ महिलाओं की असुरक्षा का मामला भी काफी चर्चाओं में है। महिला पुलिसकर्मियों के विरुद्ध थाना में शोषण व अन्याय की खबरें भी लगातार सुर्खियों में हैं, जो सरकार के कानून-व्यवस्था के दावे को गलत साबित करती हैं।"
बसपा प्रमुख मायावती के साथ भीम आर्मी भी इस घटना को लेकर बहुत आक्रामक है और उसके समर्थक छात्र के शव को औरेया के अछल्दा आदर्श इंटर कॉलेज के सामने रखकर प्रदर्शन कर रहे थे। मौके पर मौजूद पुलिस ने छात्र के परिजनों को समझाकर शव को घर भेजना चाहा लेकिन उसी दौरान पुलिस की गाड़ियों पर पथराव होने लगा।
घटना के संबंध में पुलिस का आरोप है कि भीम आर्मी के समर्थक आक्रामक होकर कानून-व्यवस्था के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक औरैया में हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक समेत जिले के तमाम आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और हालात को काबू करने में लगे हुए हैं।
दलित छात्र की मौत के बाद नाराज लोगों की मांग है कि यह दुर्घटनावश मौत का मामला नहीं है बल्कि यह सुनियोजित हत्या का मामला है। इस कारण आरोपी शिक्षक के खिलाफ धारा 302 के तहत केस दर्ज किया जाए। जानकारी के मुताबिक छात्र द्वारा परीक्षा में गलती करने पर टीचर द्वारा कथिततौर पर इस कदर पिटाई की गई कि उसकी मौत हो गई।