अमरनाथ यात्रा: साल 2011 में सबसे ज्यादा श्रद्धालु हुए थे शामिल, वर्ष 2012 में हुई थी सबसे अधिक भक्तों की मौत
By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 17, 2023 11:46 AM2023-06-17T11:46:32+5:302023-06-17T11:52:15+5:30
आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 तथा 2018 में क्रमशः 2.63, 5.50, 3.75, 4.59, 6.35, 6.20, 3.53, 3.72, 2.20, 2.60 तथा 2.85 लाख श्रद्धालुओं ने शिरकत की थी।
जम्मू:अमरनाथ यात्रा के प्रति एक रिकॉर्ड सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने का वर्ष 2011 की यात्रा में बना था जब रिकॉर्ड तोड़ 6.35 लाख श्रद्धालुओं ने इस यात्रा में शिरकत की थी। ऐसे में उसके अगले साल यानि 2012 में सबसे ज्यादा 119 अमरनाथ श्रद्धालुओं की मौतें दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई थीं।
अमरनाथ यात्रा को लेकर क्या कहते हैं आंकड़े
वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2019 के आंकड़ों पर अगर एक नजर दौड़ाएं तो वर्ष 2016 में, जब हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्याय बुरहान वानी की मौत हुई थी, सबसे कम 2.20 लाख श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए थे। जबकि चौंकाने वाली बात यह है कि वर्ष 2008 में जब अमरनाथ भूमि आंदोलन को लेकर जम्मू में दो माह तक लगातार आंदोलन, हड़ताल और कर्फ्यू लागू रहा था तब भी सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, 5.50 लाख श्रद्धालुओं ने 14500 फुट की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बनने वाले हिमलिंग के दर्शन किए थे। हालांकि इस आंकड़े पर आज भी संदेह व्यक्त किया जाता रहा है।
इस बार भी यात्रा का बन सकता है नया रिकॉर्ड
2007 से लेकर 2019 तक के आंकड़ों में पिछले साल मात्र 25 दिनों के आंकड़े ने पिछले चार साल का रिकॉर्ड जरूर तोड़ दिया था। जबकि अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड के अधिकारियों को उम्मीद है कि अगर इस बार सब सकुशलता से चलता रहा तो इस बार यात्रा एक नया रिकॉर्ड बनाएगी। आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 तथा 2018 में क्रमशः 2.63, 5.50, 3.75, 4.59, 6.35, 6.20, 3.53, 3.72, 2.20, 2.60 तथा 2.85 लाख श्रद्धालुओं ने शिरकत की थी।
यात्रा के दौरान 2012 में हुई थी सबसे ज्यादा मौत
ऐसे में इस यात्रा में ठीक इसी प्रकार सबसे अधिक मौतें भी 2012 में हुई थीं तब इसने 119 का आंकड़ा छू लिया था। जबकि अभी तक सबसे कम मौतें 2013 की अमरनाथ यात्रा में हुई हैं, जब 14 श्रद्धालुओं की मौत दिल का दौड़ा पड़ने से हुई थी। रिकार्ड के मुताबिक, वर्ष 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 तथा 2018 में क्रमशः 50, 72, 45, 100, 111, 119, 14, 45, 41, 18, 60 तथा 34 श्रद्धालुओं की मौतें हुई हैं जबकि पिछले साल 24 दिनों में होने वाली 30 मौतें जरूर चिंता का कारण बन गई थीं।