आतंकी हमला, असम राइफल्स के सीओ सहित 4 जवान शहीद, कर्नल की पत्नी और बेटे की मौत, पीएम ने कहा-बलिदान को भुलाया नहीं जाएगा
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 13, 2021 03:13 PM2021-11-13T15:13:18+5:302021-11-13T19:06:13+5:30
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस घटना की निंदा की। घटना उस समय हुई, जब कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी म्यांमार सीमा पर अपनी एक कोय चौकी से लौट रहे थे।
इंफालः मणिपुर के चुराचांदपुर में शनिवार को हुए हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) और 5 जवान शहीद हुए हैं। इस हमले में उनकी पत्नी और आठ साल का बेटा भी मारे गए। कर्नल विप्लव त्रिपाठी 46वीं असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) थे।
अधिकारियों ने बताया कि चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में त्रिपाठी के काफिले को निशाना बनाया गया। अलग ‘होमलैंड’ की मांग करने वाले मणिपुर के उग्रवादी संगठन ‘पीपुल्स रेवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपक’ (पीआरईपीएके) को इस हमले का जिम्मेदार माना जा रहा है। इस हमले में ‘आईईडी’ विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया।
Strongly condemn the attack on the Assam Rifles convoy in Manipur. I pay homage to those soldiers and family members who have been martyred today. Their sacrifice will never be forgotten. My thoughts are with the bereaved families in this hour of sadness: PM Narendra Modi pic.twitter.com/tXJNsec3M7
— ANI (@ANI) November 13, 2021
असम राइफल्स की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, “उग्रवादियों (संदिग्ध पीआरईपीएके/पीएलए) के हमले में कमांडिंग अफसर और त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) के तीन कर्मियों की मौके पर ही जान चली गई। कमांडिंग अफसर के परिवार (पत्नी और छह वर्षीय बेटे) की भी मौत हो गई। अन्य घायल कर्मियों को बहियंगा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं, उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि देहेंग क्षेत्र से करीब तीन किलोमीटर दूर घात लगाकर किए गए इस हमले में चार अन्य लोग घायल हो गए।
हालांकि, रक्षा मंत्री राजनाथ मंत्री ने संकेत दिया कि बल के एक और कर्मी की मौत हुई। रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायराना हमला बेहद दुखद और निंदनीय है। देश ने 46वीं असम राइफल्स के सीओ सहित पांच बहादुर सैनिकों और उनके परिवार के दो सदस्यों को खो दिया है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
In addition to deaths of 4 personnel of Assam Rifles, an officer, his wife, and 8 years old child, four other soldiers sustained injuries in the attack in Churachandpur, Manipur: Indian Army
— ANI (@ANI) November 13, 2021
दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’’ सिंह के ट्वीट से एक और कर्मी की मौत होने का संकेत मिला लेकिन असम राइफल्स ने तात्कालिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है। कर्नल त्रिपाठी ने पहले मिजोरम में सेवा दी थी और जुलाई 2021 में मणिपुर में उनका स्थानांतरण हो गया था। असम राइफल्स की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस हमले के पीछे पीआरईपीएके समूह के होने का शक है क्योंकि 12/13 नवंबर को इस संगठन का स्मरण दिवस है।
Strongly condemn the cowardly attack on a convoy of 46 AR which has reportedly killed few personnel incl the CO & his family at Churachandpu today. State forces& Paramilitary already on their job to track down the militants. The perpetrators will be brought to justice: Manipur CM pic.twitter.com/z0bi8WN7TG
— ANI (@ANI) November 13, 2021
देश ने 46वीं असम राइफल्स के सीओ सहित 6 बहादुर सैनिकों और उनके परिवार के दो सदस्यों को खो दिया है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’’
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य के सुरक्षा बल और अर्द्धसैन्य बल पहले से ही उग्रवादियों का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा, ‘‘हमलावरों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’ अभी तक किसी उग्रवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। घटना उस समय हुई जब कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी म्यांमार सीमा पर अपनी एक कोय चौकी से लौट रहे थे।