कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिल्ली में होने वाली बैठक के विषय में स्थिति को साफ करते हुए यह मुलाकात उनके और प्रधानमंत्री के बीच में द्विपक्षिय नहीं है बल्कि जी-20 के विषय में है और इसमें अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस वजह से पीएम के साथ हो रही इस बैठक को लेकर कोई विशेष अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। वहीं जी-20 लोगो के विवाद पर भी बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने स्पष्ट किया कि चूंकि कमल का फूल एक पार्टी विशेष का चिन्ह है, इस कारण उसे जी-20 का लोगो नहीं बनाया जाना चाहिए था।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी दिल्ली में पीएम मोदी के साथ आमने-सामने की कोई बैठक नहीं होगी। यह जी-20 बैठक है। भले ही कमल हमारा राष्ट्रीय फूल है लेकिन यह एक राजनीतिक दल का लोगो भी है, इसलिए इसे जी-20 लोगो के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, उनके पास कई अन्य विकल्प थे।
इसके साध ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुजरात चुनाव में मतदान के दिन प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो पर चुनाव आयोग को घेरते हुए कहा कि मतदान के दिन रोड शो की अनुमति नहीं है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी वीवीआईपी हैं, इसलिए वे कुछ भी कर सकते हैं और उन्हें माफ कर दिया जाएगा।
अब अगर जी-20 के बैठक के बारे में बात करें तो सोमवार को आयोजित हो रही इस बैठक के बारे में केंद्र की ओर से दी गई सूचना के अनुसार जी-20 सम्मेलन की तैयारियों के मद्देनजर मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली यह सर्वदलीय बैठक राष्ट्रपति भवन में होगी और इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। जी-20 सम्मेलन के तहत अगले साल सितंबर तक देशभर में कई कार्यक्रम होंगे। संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने बैठक के लिए 40 राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया है।
वहीं ममता बनर्जी के दौरे के संबंध में तृणमूल कांग्रेस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सीएम बनर्जी दिल्ली में पीएम के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के बाद सीधे राजस्थान के अजमेर जाएंगी और वहां पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाएंगी। उसके बाद 6 सितंबर को वो पुष्कर जाएंगी और उसके बाद सात दिसंबर को वापसी करते हुए दिल्ली में तृणमूल संसदीय दल के साथ बैठक करेंगी। इस बैठक में पार्टी द्वारा संसद की शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति बनाई जाएगी।