पश्चिम बंगाल की सीएम ममत बेनर्जी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। असम पुलिस ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) से संबंधित बयानबाजी को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। ममता बनर्जी ने कहा था, मोदी सरकार असम से बंगालियों को बाहर निकालने की साजिश के तहत एनआरसी को अपडेशन कर रही है।
असम पुलिस के इस रूख के बाद ममता की पार्टी ने तीथी प्रतिक्रिया पेश की है। ममता की पार्टी की ओर से कहा गया है, ऐसी कोई कार्रवाई उन्हें बंगालियों के हितों की लड़ाई लड़ने से नहीं रोक पाएगी। जबकि बीजेपी ने आरोप लगाया है, ममता बनर्जी पर राजनीतिक फायदे के लिए इसको मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही हैं।
बीजेपी ने ममता की निंदा
असम की बीजेपी सरकार ने ममता बनर्जी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ये रूख बेहद अपमानजनक है। यह पूरे असमवासियों का अपमान है और संविधान व सुप्रीम कोर्ट की भावना के खिलाफ है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के बयान की आलोचना करते हुए कई संगठनों ने समूचे असम में प्रदर्शन भी किया।
पुलिस करेगी ममता की जांच
ममता बेनर्जी की पुलिस जांच करेगी। ममता ने कहा था , 'मैं केंद्र की बीजेपी सरकार को आग से नहीं खेलने की चेतावनी देती हूं। यह करीब 1. 80 करोड़ लोगों को राज्य से खदेड़ने की केंद्र सरकार की साजिश है।' जिस पर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और नियमों के अनुरूप जांच करेंगे। पुलिस ने आईपीसी की धारा 153 (A) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। आईपीसी की यह धारा धर्म, नस्ल, जन्मस्थान, निवास और भाषा के नाम पर लोगों के बीच शत्रुता पैदा करने और सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश से संबंधित है।
तृणमूल ने बीजेपी पर लगाया आरोप
ममता बनर्जी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर तृणमूल कांग्रेस ने असम पुलिस पर पलटवार किया। पार्टी ने कहा कि ऐसी कार्रवाई उन्हें बंगालियों के हित की लड़ाई लड़ने से नहीं रोक पाएगी। तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्था चटर्जी ने कहा कि अगर बीजेपी और असम सरकार को लगता है कि वे पार्टी और ममता को मुसलमानों के हितों की लड़ाई लड़ने से रोक सकते हैं, तो वे पूरी तरह से भ्रम में हैं।