संजय राउत ने बारिश को मुद्दा बनाते हुए घेरा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को, बोले- "महाराष्ट्र की हालत खराब है और वो फिल्मी हीरो के साथ गणेश चतुर्थी मना रहे हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 27, 2023 02:37 PM2023-09-27T14:37:22+5:302023-09-27T14:40:45+5:30
संजय राउत ने महाराष्ट्र में बारिश की गंभीर स्थिति के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को कटघरे में खड़ा किया है और कहा कि उन्हें कोई फर्क नहीं कि सूबे के कई हिस्से जलभराव और बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं।
मुंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने राज्य में बारिश की गंभीर स्थिति को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर जमकर निशाना साधा और कहा कि उन्हें कोई फर्क नहीं कि महाराष्ट्र के कई हिस्से जलभराव और बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं।
राज्यसभा सांसद राउत ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिंदे बाढ़ के कारण लोगों को हो रही परेशानियों को अनदेखा कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने गणेश चतुर्थी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिंदे पर भी हमला बोला।
संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "पूरा नागपुर बाढ़ से तबाह है, महाराष्ट्र के हिस्सों में भयंकर सूखे की स्थिति है लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उन क्षेत्रों का दौरा क्यों नहीं किया? आखिर वो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की बजाय बॉलीवुड अभिनेताओं के साथ गणेश चतुर्थी का त्योहार मना रहे हैं?"
इसके साथ ही राउत ने शिंदे के विदेश दौरे की भी आलोचना करते हुए कहा, "आखिर वो राज्य में कौन सा निवेश लाने जा रहे हैं? पहले वो उस निवेश को वापस लाएं, जो महाराष्ट्र से गुजरात गया है।"
एकनाथ शिंदे की यूरोप यात्रा स्थगित करने के कारण के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि सीएम शिंदे उद्धव ठाकरे की शिवसेना, आदित्य ठाकरे और महाराष्ट्र के लोगों से डरते हैं।
राउत ने एक बयान में पहले कहा था, "जब महाराष्ट्र संकट में है तो सीएम को विदेश जाने की कोई जरूरत नहीं है। जबकि महाराष्ट्र के लोग दर्द और पीड़ा में हैं, एकनाथ शिंदे बड़े उत्साह के साथ गणेश चतुर्थी मनाने में व्यस्त हैं।"
संजय राइत ने महाराष्ट्र में प्याज किसानों के मुद्दे के समाधान में देरी के लिए सीएम शिंदे को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि जब समस्या महाराष्ट्र में है तो पीयूष गोयल किसानों को दिल्ली में क्यों बुला रहे हैं। एकनाथ शिंदे बताएं कि उन्होंने महाराष्ट्र के किसानों के लिए क्या किया है?"