Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अटकलों पर विराम लगा दिया। मंत्रालयों और कैबिनेट पदों के आवंटन को लेकर रस्साकशी कब खत्म होगी। नागपुर से पहले हम मंत्रिमंडल विस्तार की घोषणा कर देंगे। देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि गृह विभाग पर कोई खींचतान नहीं है। हमारी चर्चा इन मंत्रालयों पर है... गृह, वित्त और शहरी विकास जैसे कुछ मंत्रालय हैं। तीन पार्टियां हैं और सभी को समान सम्मान मिलना चाहिए और विभागों का आवंटन भी उसी हिसाब से किया जाएगा। राजनीति में धारणा बहुत महत्वपूर्ण है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह गृह मंत्री बने रहेंगे, फडणवीस ने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है। फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 11 या 12 दिसंबर को होने की संभावना है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने को बताया कि पूरी संभावना है कि अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा वित्त विभाग और भाजपा गृह विभाग अपने पास रखेगी।
जैसा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में था। शिवसेना सूत्रों की मानें तो शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना शहरी विकास मंत्रालय अपने पास रखेगी और राजस्व मंत्रालय भी उसे मिल सकता है। महाराष्ट्र में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं। ‘महायुति’ गठबंधन के सबसे बड़े घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 21-22 मंत्री पद मिलने की उम्मीद है।
सूत्रों के अनुसार शिवसेना को 11 से 12 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 9 से 10 मंत्री पद मिल सकते हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शपथ लेने वाले मंत्रियों की संख्या पर अंतिम फैसला एक-दो दिन में लिया जाएगा। नवनिर्वाचित विधायकों को शनिवार से शुरू हो रहे विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र में अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) कालिदास कोलांबकर शपथ दिलाएंगे।
विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव नौ दिसंबर (सोमवार) को होगा, जिसके बाद नयी सरकार का विश्वास मत होगा और राज्यपाल दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से राज्य की दूसरी राजधानी नागपुर में शुरू होगा।