मुंबईः कई दिनों के सियासी ड्रामे के बाद महाराष्ट्र को नया सीएम मिल गया है। सोमवार को एकनाथ शिंदे ने फ्लोर टेस्ट भी पास कर लिया। एकनाथ शिंदे की सरकार के पक्ष में 164 विधायकों ने वोट किया। वहीं विपक्ष में 99 वोट पड़े। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में सबका धन्यवाद किया।
उन्होंने आनंद दिघे का भी जिक्र किया और बताया कि कैसे आनंद दिघे ने उनके मुश्किल वक्त में संभाला। इस दौरान एकनाथ शिंदे भावुक भी हो गए। एकनाथ शिंदे ने रोते हुए बताया कि एक हादसे में उनके दोनों बच्चों की जान चली गई थी। उस वक्त आनंद दिघे ने उन्हे समझाया।
'आनंद दिघे ने मुझे एक शिवसैनिक बनाया'। आगे उन्होंने कहा कि तब सोचता था कि किसके लिए जीना है, 'मैं परिवार के साथ रहूंगा'। उन्होंने शिवसेना के 40 विधायकों, 11 निर्दलीय विधायकों का भी धन्यवाद किया। उन्होंने अपनी खुशी भी जाहिर की और कहा कि विश्वास नहीं हो रहा कि मैं सीएम बन गया।
मैं आज बतौर मुख्यमंत्री इस सभागार में बोल रहा हूं। उन्होंने अपने गुरु आनंद दिघे की मौत का जिक्र किया और कहा कि धर्मवीर आनंद दिघे के मृत्यु के बाद मेरी हिम्मत खत्म हो गई। हम सभी पागल हो गए थे कि हम क्या करें हमें संभालने वाला गया।
दिघे साहब के मृत्यु के बाद लोगों ने अस्पताल जलाया हमने सिलिंडर जलने से बचाया नहीं तो सैंकड़ों लोग मरते करीब 150 लोगों पर कार्रवाई हुई, तब भी मैंने कहा कि यह सब केवल दिघे साहब के प्यार के लिए किया था।