Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के पहले दिन साधु संतों के साथ रात्रि भोज किया और उन्हें उपहार भी भेंट किया। इस रात्रि भोज में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा के संत उपस्थित रहे। आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित रेडियो ट्रेनिंग हॉल में मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित इस रात्रि भोज कार्यक्रम में जूना, निरंजनी, उदासीन बड़ा, निर्मल, तीनों वैष्णव अखाड़े (निर्मोही, दिगंबर, निर्वाणी), अग्नि, आवाहन, अटल एवं आनंद अखाड़े के संत शामिल रहे।
साथ ही खाकचौक से संतोष दास (सतुआ बाबा) भी इस दौरान उपस्थित रहे। इससे पूर्व, दिन में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सभी अखाड़ों के शिविरों में व्यवस्था परखी। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ को सनातन के ध्वजवाहक सभी 13 अखाड़ों, खाक-चौक परंपरा, दंडीबाड़ा, आचार्यबाड़ा परंपरा तथा तीर्थ पुरोहितों का आशीर्वाद प्राप्त है।
साधु संतों ने मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुष्प वर्षा कर स्वागत और अभिनंदन किया। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने सेक्टर 23 स्थित जजेज कालोनी पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और मेला अधिकारी एवं पुलिस प्रशासन को महाकुम्भ मेले में आने वाले न्यायाधीशों और न्यायमूर्तियों की सुरक्षा व्यवस्था का पूरा इंतजाम करने का निर्देश दिया।
प्रयागराज की बेटी ने 13,000 फुट की ऊंचाई पर लहराया महाकुंभ का झंडा
महाकुंभ 2025 की तैयारी के बीच, प्रयागराज की ही बेटी अनामिका शर्मा ने महाकुंभ के झंडे को आकाश में लहरा कर दुनिया को इसमें आने का निमंत्रण दिया है। स्काई डाइवर अनामिका ने आठ जनवरी को बैंकॉक में ‘दिव्य कुंभ-भव्य कुंभ’ का आधिकारिक झंडा लेकर 13,000 फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई।
इससे पूर्व अनामिका ने 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन को स्मरणीय बनाने के लिए "जय श्रीराम" और श्री राम मंदिर के ध्वज के साथ भी 13,000 फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई थी। यह छलांग भी उन्होंने बैंकॉक में ही लगाई थी। सूचना विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, महाकुम्भ- 2025 के लिए इस अद्वितीय योगदान के बारे में पूछे जाने पर अनामिका ने कहा, ‘‘हमारी परंपरा रही है कि जब भी विश्व कल्याण के लिए कोई आयोजन होता है तब भारत के सभी प्राणी अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देते हैं।’’
भारत की सबसे कम उम्र की ‘स्काई सी’ लाइसेंस धारक महिला स्काई डाइवर अनामिका को अपने पिता और पूर्व वायु सेना कर्मी अजय कुमार शर्मा से प्रेरणा मिली और उन्होंने मात्र 10 वर्ष की उम्र में ही अपनी पहली छलांग लगाई थी।