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Maha kumbh Stampede: महाकुंभ में भगदड़ का दोषी कौन? दोषी पर होगी कार्रवाई, सरकार की खोजबीन शुरू

By राजेंद्र कुमार | Updated: January 30, 2025 19:45 IST

पिलर नंबर-158 वह स्थल है, जहां पर कल हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई थी। इस स्थल का दौरा कर मुख्य सचिव और डीजीपी ने समझने की कोशिश की कि कल भगदड़ कैसे हुई? और इस भगदड़ के लिए कौन -कौन अधिकारी दोषी है?

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ठळक मुद्देमुख्य सचिव और डीजीपी ने भगदड़ वाले क्षेत्र का किया निरीक्षणमेलाक्षेत्र में हुई 30 मौतों के जिम्मेदार की पड़ताल शुरू

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार गुरुवार को महाकुंभ के मेला क्षेत्र हुए हादसे के पड़ताल करने पहुंचे। इस दौरान इन दोनों अफसरों ने महाकुंभ क्षेत्र में संगम नोज पर पिलर नंबर-158 पर जाकर दौरा किया। पिलर नंबर-158 वह स्थल है, जहां पर कल हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई थी। इस स्थल का दौरा कर मुख्य सचिव और डीजीपी ने समझने की कोशिश की कि कल भगदड़ कैसे हुई? और इस भगदड़ के लिए कौन -कौन अधिकारी दोषी है?

जांच हो जाने दीजिए, रिपोर्ट मिलने पर होगा एक्शन : डीजीपी

इसे ही समझने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मुख्य सचिव और डीजीपी सुबह प्रयागराज पहुंचे। यहां इन अधिकारियों ने डीआईजी वैभव कृष्ण के साथ पिलर नंबर-158 से समीप बने  वॉच टावर पर चढ़कर पूरे इलाके को देखकर यह समझने की कोशिश की कैसे भगदड़ हुई होगी। इसके बाद मुख्यसचिव और डीजीपी ने महाकुंभ क्षेत्र में बने एसएसपी के ऑफिस में अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर मेला क्षेत्र में मौनी अमस्या के स्न्नान को लेकर किए गए इंतज़ामों के बारे में चर्चा कर यह जानने का प्रयास किया कि भगदड़ होने की मुख्यवजह क्या रही? इस दौरान मेला अधिकारी विजय आनंद, महाकुंभ के एसएसपी राजेश द्विवेदी और महाकुंभ के कमिश्नर विजय विश्वास पंत की भूमिका के बारे में भी पड़ताल मुख्यसचिव और डीजीपी ने की।

बताया जा रहा है कि विजय आनंद, राजेंद्र द्विवेदी और विजय विश्वास पंत के बारे में कई धर्माचार्यों ने शिकायत की है। इन लोगों ने विजय विश्वास पंत और राजेंद्र द्विवेदी के विवादित बयानों की क्लिप सरकार के जिम्मेदार लोगों को भेजी है। इनमें वह वीडियो क्लिप भी है जिसमें विजय पंत   संगम क्षेत्र में आए श्रद्धालुओं से अनाउंसमेंट के जरिए यह कहा रहे है कि यहां से उठ जाओ नहीं तो भगदड़ हो जाएगी। स्वामी आनंद स्वरूप ने तो सीएम योगी को सुझाव दिया है कि विजय आनंद को तत्काल ही हटा दिया जाए।

स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है मेला क्षेत्र में हुई भगदड़ की मुख्य वजह प्रशासन और पुलिस के बीच तालमेल ना होना ही है, इसलिए भगदड़ के दोषी अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। इसी के बाद सीएम योगी ने मुख्य सचिव और डीजीपी को प्रयागराज जाने के आदेश दिया था। फिलहाल प्रदेश के सबसे बड़े इन दोनों अधिकारियों ने मेलाक्षेत्र में आकर बुधवार को हुई भगदड़ के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। अब ये अफसर अपनी रिपोर्ट सीएम योगी को देंगे।

प्रयागराज के इस दौर को लेकर सूबे के डीजीपी प्रशांत कुमार से जब यह पूछा गया कि मेला क्षेत्र में हुई भगदड़ के दोषी अफसर के बारे में आपकी पड़ताल में क्या हासिल हुआ? तो उन्होंने कहा कि इस मामले की ज्यूडिशियल इन्वेस्टिगेशन शुरू हो रही है। अभी इस बारे में ज्यादा कुछ बताया नहीं जा सकता। जांच तो हो जाने दीजिए। सब कुछ बताया जाएगा। सीएम साहब ने कहा है कि भगदड़ के दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट मिलने पर यह होगा, फिलहाल तो महाकुंभ हादसे पर सरकार कोई एक्शन नहीं लेगी। ज्यूडिशियल इंक्वायरी की रिपोर्ट के बाद ही इस मामले में एक्शन लिया जाएगा।

टॅग्स :महाकुंभ 2025उत्तर प्रदेशप्रयागराजयोगी आदित्यनाथ
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