कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजने का सिलसिला जारी है और इस बीच बिहार के मजदूरों के किराए का विवाद बढ़ता जा रहा है। दिल्ली और बिहार सरकार किराए के मुद्दे पर आमने-सामने आ गई है। बिहार के जल संसाधन विभाग के मंत्री और जेडी (यू) के राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार झा ने मामले पर दिल्ली सरकार के दावे पर खुलासा किया है।
संजय झा ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के एक मंत्री के एक ट्वीट को देखा कि केजरीवाल सरकार 1,200 प्रवासियों के रेल टिकटों का भुगतान करेगी, जो दिल्ली से मुजफ्फरपुर की यात्रा कर रहे हैं। इसके बाद संजय झा ने एक लेटर जारी किया है, जिसमें दिल्ली सरकार ने बिहार सरकार से किराए की प्रतिपूर्ति करने के लिए कह रही है।
उन्होंने ट्वीट किया, "श्रीमान अरविंद केजरीवाल जी! झूठ के साथ समस्या यही है कि आप भूल जाते हैं कि कब क्या बोल चुके हैं? अब देखिए न, आपके मंत्री गोपाल राय ट्विटर पर सफेद झूठ बोल रहे हैं कि दिल्ली से मुजफ्फरपुर आनेवाली ट्रेन का किराया आपकी सरकार देगी, फिर चिट्ठी भेजकर हमसे पैसे भी मांगते हैं।"
इसके साथ ही संजय झा ने अपने पुराने ट्वीट को शेयर किया, जिसमें बताया गया है कि कोटा से 11 ट्रेनों में 13 हजार छात्र बिहार पहुंचे हैं, जिसका 78.43 लाख रुपये का किराय बिहार सरकार ने एडवांस में भुगतान किया है।। इसके साथ उन्होंने लिखा, "इसके बावजूद दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ट्वीट के जरिए झूठ और गलतफहमी ही फैलाने पर आमादा हैं, तो क्या किया जा सकता है--सूरज में लगे धब्बा, फितरत के करिश्मे हैं।"
बता दें कि दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना हो रही ट्रेन का वीडियो शेयर किया था और दावा किया था कि इस ट्रेन का किराया दिल्ली सरकार देगी। उन्होंने ट्वीट किया, "श्रमिकों को लेकर दिल्ली से मुजफ्फरपुर, बिहार के लिए रवाना हुई ट्रेन। ट्रेन में सवार सभी 1200 लोगों का किराया देगी अरविंद केजरीवाल सरकार।