लखनऊ, 18 मईः उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सरकारी आवास बचाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात बेअसर साबित हुई है। सप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल करते हुए स्टेट रेवेन्यू डिपॉर्टमेंट ने 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों को 15 दिन में सरकारी आवास खाली करने का नोटिस तैयार किया। इसे सीएम योगी की मुहर के बाद जारी कर दिया गया। अब यूपी के 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों को 15 दिन के अंदर सरकारी आवास छोड़ना पड़ेगा। मुलायम सिंह को लखनऊ में विक्रिमादित्य मार्ग पर साल 1992 में बंगला दिया गया था, जिसपर अभी तक उनका कब्जा है।
इन पूर्व मुख्यमंत्रियों में एनडी तिवारी, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, मुलायम सिंह, मायावती और अखिलेश यादव शामिल हैं। इन्होंने पद जाने के बाद भी अभी तक सरकारी आवास खाली नहीं किया है। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी आवास काफी बड़े होते हैं जिनके रख-रखाव का खर्च बहुत ज्यादा होता है। मामूली किराए पर पूर्व मुख्यमंत्री सारी सुविधाओं का लाभ उठाते रहते हैं।
मुलायम पांच विक्रमादित्य मार्ग पर रहते हैं जबकि उनके पुत्र अखिलेश यादव बगल में ही चार विक्रमादित्य मार्ग पर रहते हैं। शीर्ष अदालत ने इस महीने की शुरूआत में उत्तर प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपने सरकारी बंगले खाली करने का निर्देश दिया था। अदालत का यह आदेश एनजीओ लोक प्रहरी की जनहित याचिका पर आया। उत्तर प्रदेश विधानसभा ने एक संशोधन प्रस्ताव पारित किया था, जिसके तहत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के आजीवन सरकारी बंगलों में रहने का प्रावधान था।
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