लोकसभा चुनाव 2019 के पहले गुजरात में कांग्रेस को एक बाद एक कई झटके लगे हैं।पार्टी के विधायक लगातार उसका साथ छोड़ रहे हैं। पिछले तीन महीने में कांग्रेस के सात नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। जिसमें से चार विधायक कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) में शामिल हो गए हैं। 10 अप्रैल को ही गुजरात के कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। अल्पेश ठाकोर के साथ ही दो और विधायक धवलसिंह ठाकोर और भरतजी ठाकोर ने भी इस्तीफा दिया था। इसकी पुष्टि खुद अल्पेश ठाकोर ने की थी।
अल्पेश ठाकोर गुजरात के राधनपुर से विधायक हैं। अल्पेश विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अल्पेश ठाकोर पाटन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने उनको टिकट नहीं दिया। कांग्रेस ने पाटन लोकसभा सीट से पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को टिकट दी है।
चार विधायक जो बीजेपी में शामिल हुए
1- जवाहर चावड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जवाहर चावड़ा ने मार्च में इस्तीफा दिया था। जूनागढ़ जिले की माणावदर सीट से चावड़ा चार बार विधायक रह चुके हैं। ये अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) का प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। वह अहीर समुदाय से आते हैं। चावड़ा ने माणावदर सीट पर 1990, 2007, 2012 और 2017 में जीत दर्ज की थी। वह बीते कुछ महीनों में सदन से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं।
2- आशा पटेल
गुजरात के ऊंझा से विधायक आशाबेन पटेल ने भी मार्च में इस्तीफा दिया था। उत्तर गुजरात की ऊंझा सीट से चुनाव जीतने वाली डॉ आशा पटेल पहली बार विधायक बनी थी। उत्तर गुजरात के पटेल समुदाय में उनकी अच्छी पकड़ है और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी पहचान है।
3- वल्लभ धारविया
जामनगर (ग्रामीण) से विधायक वल्लभ धारविया ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए।
4- पुरुषोत्तम साबरिया
पुरुषोत्तम सांबरिया ने भी मार्च में ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। ये भी बीजेपी में ही शामिल हुए हैं। ये ध्रांगध्रा-हलवद सीट से विधायक हैं।
गुजरात की 26 लोकसभा सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होंगे। गुजरात में 23 अप्रैल को वोटिंग होगी। सभी 543 सीटों पर वोटों की गिनती 23 मई को होगी।