लखनऊः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नई टीम घोषित हो गई। इस टीम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह को जगह नहीं दी है। इसी के बाद से यूपी में पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह को बदले जाने को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई हैं।
पार्टी नेताओं में यह चर्चा है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनसे उत्तर प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी लेकर जल्द ही किसी और को यूपी प्रभारी का दायित्व सौपेगा। यूपी के नए प्रभारी के नाम को लेकर इस वक्त गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री नितिन पटेल और गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल से लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और अनुराग ठाकुर को यूपी भाजपा का प्रभारी बनाए जाने की चर्चा हो रही है।
यह कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुये भाजपा का शीर्ष नेतृत्व किसी ऐसे पदाधिकारी को यह जिम्मेदारी सौंपेगा जो जटिलताओं से भरे उत्तर प्रदेश के राजनीतिक मर्म को समझता हो। ऐसे नेताओं में सबसे ऊपर नितिन पटेल का नाम लिया जा रहा है। जल्दी ही इस बारे फैसला लिए जाने का बात पार्टी नेताओं के बीच कही जा रही है।
गौरतलब है कि जेपी नड्डा के भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राधा मोहन सिंह नवंबर 2020 में उत्तर प्रदेश के प्रभारी बनाए गए थे। उनके प्रभार में पार्टी ने 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा और प्रदेश में दोबारा सत्तारूढ़ होने में सफल रही। राधा मोहन सिंह पूर्वी चंपारण से भाजपा सांसद हैं।
कहा जा रहा है कि पार्टी उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है। इसी वजह से उन्हे संगठन के दायित्व से मुक्त किया गया और अब जल्दी ही उन्हें प्रदेश प्रभारी के दायित्व से जल्दी मुक्त किया जाएगा। चूंकि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने शीर्ष नेतृत्व ने यूपी की सभी 80 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया।
इसलिए भाजपा की सबसे अधिक उम्मीदें उत्तर प्रदेश पर आकर टिक गई हैं। ऐसे में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व यह चाहता है कि यूपी में किसी बेहद अनुभवी व्यक्ति को यूपी का प्रभारी बनाया जाए। यह व्यक्ति ऐसा हो जो कि जातियों के खांचों में बंटे यूपी की तमाम भौगोलिक और सांस्कृतिक भिन्नताओं को समेटे हुए यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने की रणनीति तैयार कर पीएम नरेंद्र मोदी के तीसरी बार दिल्ली सत्ता पर काबिज होने ही राह आसान करने में सक्षम हो। ऐसे व्यक्ति के रूप में नितिन पटेल को उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रभारी बनाए जाने की चर्चा सबसे अधिक है।
नितिन पटेल गुजरात के उन नेताओं में शामिल हैं, जिनके पास प्रशासन का लंबा अनुभव है। नितिनभाई के नाम से चर्चित नितिन पटेल जिस काम को हाथ में लेते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। हिन्दी राज्यों में काम करने के लिए उन्होने हिंदी भी सीखी है, जिसके चलते ही उन्हे भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान में उत्तर प्रदेश की दो और उत्तराखंड की तीन सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
इस महाजनसंपर्क अभियान के चलते नितिन पटेल उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के दौरे पर भी आए थे। उस दौरान उन्होने यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाकात की थी. दो माह पूर्व हुई उस मुलाकात को इस वक्त बेहद अहम माना जा रहा है।
फिलहाल नितिन पटेल के अलावा यूपी भाजपा का प्रभारी बनाए जाने की रेस में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, धर्मेंद्र प्रधान और सीआर पाटिल तथा कुछ अन्य नेताओं के नाम भी शामिल हैं। और यह कहा जा रहा है कि यूपी में भाजपा के प्रदेश प्रभारी का दायित्व उसे ही मिलेगा जो यूपी की राजनीति में जातियों के स्वाभिमान को समझते हुए यहां की राजनीति को तीखा तेवर और विशिष्ट कलेवर देने में सक्षम होगा।
ऐसे नेताओं में गुजरात के पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल का नाम अभी सबसे आगे है। अब देखना यह है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए सह प्रभारी का दायित्व निभा रहे नितिन प्रधान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यूपी भाजपा का दायित्व सौंपने पर अपनी रजामंदी कब जताते हैं।