मुंबई: महाराष्ट्र के बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने एनसीपी द्वारा भाई अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को उनके निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारने के बाद भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि यह भगवा पार्टी की बेहद गंदी साजिश है। उन्होंने कहा कि दरअसल भाजपा की मंशा शरद पवार को राजनीतिक रूप से खत्म करने की है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार अजित पवार की चचेरी बहन सुप्रिया सुले ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पारिवारिक द्वंद्व से सुनेत्रा पवार के प्रति उनका सम्मान कम नहीं होगा क्योंकि वह उनके बड़े भाई अजित पवार की पत्नी ही नहीं बल्कि उनके लिए मां की तरह हैं।
सुप्रिया सुले, जो बारामती से तीन बार सांसद रह चुकी हैं और चौथी बार फिर से बारामती से चुनाव मैदान में उतरी हैं लेकिन इस बार उन्हें अपने राजनीतिक करियर की सबसे कठिन चुनावी लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि उनकी प्रतिद्वंद्वी और अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार ने अभी तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है, लेकिन वह सामाजिक क्षेत्रों में सक्रिय रही हैं।
सुनेत्रा शरद पवार द्वारा गठित एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान विद्या प्रतिष्ठान की ट्रस्टी हैं और कई अन्य संगठनों में सक्रिय हैं। वह पूर्व एनसीपी नेता पद्मसिंह पाटिल की बहन भी हैं, जिन्हें कभी वरिष्ठ पवार का भरोसेमंद सहयोगी माना जाता था।
इसके अतिरिक्त माना जाता है कि सुनेत्रा पवार ने पिछले साल अपने पति अजीत पवार के भाजपा के नेतृत्व वाले खेमे में शामिल होने के फैसले में प्रमुख भूमिका निभाई थी। उनका बारामती और आस-पास के इलाकों में उनका काफी प्रभाव है और वह सुले को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। दोनों नेता पिछले कई हफ्तों से निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं।
सुप्रिया सुले ने पीटीआई को बताया कि सुनेत्रा पवार उनके बड़े भाई की पत्नी हैं और बड़ी भाभी को मां के समान माना जाता है।
उन्होंने कहा, “सुनेत्रा को मेरे खिलाफ खड़ा करने की चाल भाजपा की है। बीजेपी शरद पवार साहब को ख़त्म करना चाहती है और ये बात मैं नहीं कह रही। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बारामती का दौरा करने के बाद ऐसी टिप्पणी की है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के पास सक्षम उम्मीदवार नहीं हैं इसलिए वह इस ''गंदी राजनीति'' पर उतर आई है। सुनेत्रा पवार को मैदान में उतारने का कदम दर्शाता है कि यह विकास के लिए नहीं है। सुप्रिया सुले ने दावा किया, ''यह केवल पवार साहब को खत्म करने की लड़ाई है।''