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पीएम नरेंद्र मोदी का राहुल गांधी पर हमला, कहा- चुनावी वादे देने वाले लोग आजकल रेवड़ियां बांट रहे हैं

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 31, 2019 18:48 IST

Lok Sabha Election 2019: पीएम ने कहा, ''आज देशभर में करीब 500 से अधिक स्थानों पर इसी प्रकार से देश के लिए कुछ कर गुजरने वाले, देश के सम्मान में ही अपना गर्व अनुभव करने वाले लाखों लोगों से तकनीक के माध्यम से मुझे मिलने का सौभाग्य मिला है।''

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ठळक मुद्देपीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से 'मैं भी चौकीदार' कार्यक्रम को संबोधित किया।500 जगहों के लोगों से पीएम मोदी इस कार्यक्रम के माध्यम से जुड़े।

Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (31 मार्च) को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से 'मैं भी चौकीदार' कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ताओं और देशवासियों से जुड़े। विभिन्न जगहों से बीजेपी के अन्य बड़े नेता भी इस कार्यक्रम से जुड़े। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली के वजीरपुर से इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा, ''आज देशभर में करीब 500 से अधिक स्थानों पर इसी प्रकार से देश के लिए कुछ कर गुजरने वाले, देश के सम्मान में ही अपना गर्व अनुभव करने वाले लाखों लोगों से तकनीक के माध्यम से मुझे मिलने का सौभाग्य मिला है।''

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ''2014 में भाजपा ने मुझे दायित्व दिया उसके बाद मुझे देश के कौने कौने में जाने की नौबत आयी। तब मैंने देश के लोगों से कहा थी कि आप दिल्ली का दायित्व जो मुझे दे रहे हैं उसका मतलब है कि आप एक चौकीदार बैठा रहे हैं।

मैंने तब कहा था कि मेरी ये कोशिश रहेगी कि मैं जनता के पैसे पर पंजा नहीं पड़ने दूंगा। एक चौकीदार के रूप में मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा।

चौकीदार न कोई व्यवस्था है, न कोई यूनिफॉर्म की पहचान है न कोई चौखट में बंधा है। चौकीदार एक स्प्रिट है, एक भावना है।

देश की जनता को राजा-महाराजा की ज़रूरत नहीं है, देश की जनता को हुकुमदारों की ज़रूरत नहीं है, देश की जनता चौकीदार को पसंद करती है।

देश की जनता फिर से एक बार हमे देश की सेवा करने का मौका देने वाली है। मुझे ख़ुशी है कि देश का युवा दूर का देखते हैं। हम राजनेता तो अभी 11 को क्या होगा या 21  को क्या होगा इसी में लगे पड़े हैं और आप शपथ के विषय में सोच रहे हैं।

एक अध्यापक अपना कर्तव्य निभाता है तो विद्यार्थी का भविष्य बादल जाता है। 

एक पुलिस वाला अपना कर्तव्य निभाता है तो समस्याओं का समाधान अपने आप हो जाता है और उस अर्थ में हमारे देश में मुझे जो सफलता मिली है उसका मूल कारण जन भागीदारी है।

हर व्यक्ति के अपने सपने, अपनी इच्छाएं होती हैं। वो होनी भी चाहिए, लेकिन हम तय करें कि सबसे ऊपर देश हो। इससे हम सारी समस्याओं का समाधान निकाल लेंगे।

बालाकोट मैंने नहीं किया, देश के जवानों ने किया है, हमारे सुरक्षा बलों ने किया है। इसलिए हम सबकी तरफ से उन्हें, सैल्यूट।

जहां तक निर्णय का सवाल आता है तो आपने इस देश में बहुत सारे प्रधानमंत्री देखें हैं या उनके विषय में सुना है। 2014 में भी कईं लोग उस कतार में थे। आज लाइन थोड़ी लंबी हो गयी है।

अगर मोदी अपने राजनीतिक भविष्य का सोचता, तो वो मोदी नहीं होता। 

अगर यही राजनीतिक पैंतरेबाजी से देश चलाना होता, अपने राजनीतिक हित को लेकर फैसले करने होते, तो मोदी की देश को कोई जरूरत नहीं थी।

मुझ जैसे राष्ट्रीय राजनीति में अनजान व्यक्ति को देश की जनता ने 30 साल बाद पूर्ण बहुमत दिया। हमारे देश के राजनीतिक दलों को भी नहीं पता है कि पूर्ण बहुमत वाली सरकार अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होती है।

आज दुनिया में जो हिंदुस्तान की बात सुनी जाती है उसका कारण मोदी नहीं पूर्ण बहुमत की सरकार है।

दुनिया का कोई नेता जब मुझसे हाथ मिलाता है या गले लगता है (गले पड़ता नहीं है), तो उसे मोदी नहीं दिखता, पूर्ण बहुमत वाली सरकार के माध्यम से सवा सौ करोड़ देशवासी उसे दिखते हैं, तब जाकर बराबरी वाली बात होती है।

पाकिस्तान को लगता होगा की मोदी चुनाव में busy होगा तो शायद कुछ करेगा नहीं।

मेरे लिए चुनाव priority नहीं है, देश  priority है।

शिक्षक बड़ा चौकीदार होता है। वो आने वाली पीड़ी की सुरक्षा करता है। ऐसे चौकीदारों को मैं नमस्कार करता हूं।

जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें  पाई-पाई लौटानी पड़ेगी। 2014 से सारी चीजें इकट्ठा करना और समेटने का काम मैं कर रहा हूं। आपकी मदद से जेल के दरवाजे तक तो मैं इन लोगों को ले गया, कुछ जमानत पर हैं और कुछ डेट मांग रहे हैं।

कुछ लोग विदेश की अदालतों में कहते हैं कि भारत की जेलों की स्थिति अच्छी नहीं है। अब इनको कोई महल में थोड़ी रखेगा।

अंग्रेजों ने गांधी जी को जिस जेल में रखा था, मैं उनको उससे अच्छी जेल नहीं दे सकता।

हमें टैक्सपेयर्स का गौरव करना चाहिए। मेरे लिए टैक्सपेयर्स देश के गरीबों की सेवा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

और जो गलत कर रहा है वो किसी भी हालत में बचना नहीं चाहिए।

जब हिंदुस्तान के सामान्य मानवी के मन में ये भावना जगती है कि देश कब विकसित होगा। तो इस सवाल के पृष्ठ में ही देश की प्रगति की भावना दिखाई देती है।

भारत के पास समृद्ध राष्ट्र बनने के लिए सब कुछ है। इच्छा शक्ति और सवा सौ करोड़ देशवासियों का सपना होना चाहिए कि अब हमें पिछड़ा नहीं रहना।

मैंने देश में एक माहौल बनाया है और आगे भी बनाना है कि हमे दुनिया की बराबरी करनी है। 

हमने बहुत सारा समय भारत पाकिस्तान करने में ही गुजार दिया।अरे वो अपनी मौत मरेगा उसे छोड़ दो, हमें आगे बढ़ना है बस इसी पर हमारा ध्यान रहना चाहिए।

'मिशन शक्ति' के द्वारा हमारे देश के वैज्ञानिकों ने वो शक्ति हासिल की है। जो हमसे पहले दुनिया के केवल 3 देशों के पास थी।

क्या हिंदुस्तान को इस बात के लिए इंतजार करना चाहिए था। जबकि हमारे वैज्ञानिकों के पास इसे प्राप्त करने की क्षमता है तो किसी को हिम्मत करके इसपर निर्णय करना ही था।

हमारे एक बुद्धिमान नेता कहते हैं कि इसे सीक्रेट रखना चाहिए था। जब अमेरिका, चीन और रूस ने डंके कि चोट पर किया तो हम गुपचुप क्यों करें।

हमने ये किसी दुश्मन देश के लिए नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए बनाया है और हम आगे भी करेंगे। इसीलिए ये शक्ति मिशन भारत के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण घटना है।

कांग्रेस के झूठ सीजनल होते हैं। सीजन के हिसाब से वो झूठ बोलते हैं, फिर मैदान में छोड़ते हैं और इनका ईको सिस्टम इसे उठाता है।

देश में डॉ भीमराव अंबेडकर जी का सम्मान हमारी सरकार ने किया है। OBC कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने के लिए हम संसद में बिल लाए और अभी सविंधान में संशोधन करके हमने सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10% आरक्षण दिया है।

उनके झूठ की उम्र भी ज्यादा नहीं, कुछ झूठ की तो ‘बालमौत’ हो जाती है, लेकिन फिर भी उसे खींचते रहते हैं। 

इस झूठ का जवाब आसान है। सिर्फ सच बताते चलिए। सच की ताकत इतनी होती है कि झूठ टिक नहीं पाएगा।

जो झूठ बोलता है तो उसके लिए पहली शर्त होती है कि उसकी मेमोरी पावर तेज होनी चाहिए। लेकिन वो एक दिन एक आंकड़ा बोले, दिन अगले दिन दूसरा, उनकी झूठ की फैक्ट्री उन्हें पकड़ा देती है की इस झूठ को चलाइये। लेकिन मेमोरी पावर कम होने के कारण वो पकड़े जाते हैं।

कुछ लोग ये मान कर बैठे हैं की ये देश, ये सरकार उनकी पैतृक संपत्ति है। इसलिए उनको ये हज़म नहीं होता की एक चायवाला प्रधानमंत्री बन गया।''

टॅग्स :लोकसभा चुनावनरेंद्र मोदीभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
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