पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दमदम में चुनावी सभा को संबोधित किया। दमदम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''दीदी सुन लो, ये पश्चिम बंगाल, आपकी और आपके भतीजे की जागीर नहीं है। ये मां भारती का एक अटूट अंग है। गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक मां गंगा ने जब किसी से भेद नहीं किया, तो दीदी आप कौन होती हो भेद करने वाली।''
बंगाल में चुनावी हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने पहली बार आर्टिकल 324 के तहत प्रचार करने पर एक दिन पहले ही रोक लगा दी है। पश्चिम बंगाल में 17 मई को चुनाव प्रचार खत्म होने वाल था लेकिन अब 16 मई की रात 10 बजे के बाद चुनाव प्रचार नहीं होगा।
पीएम मोदी ने दमदम की रैली में कहा, 'दीदी अगर आप अपनी आंखों से अहंकार और वोट बैंक की पट्टी खोलेंगी तो आपको एक भारत, श्रेष्ठ भारत के दर्शन होंगे। इस भारत के अलग-अलग रंगों को देखने की कोशिश करेंगी तो शायद आपके अहंकार का चश्मा उतर जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, दुष्टों का संहार करने और मर्यादा में रहने की सीख बंगाल के कण-कण में है। लेकिन दीदी ने बंगाल में क्या हालात बना दिए हैं? जो दुष्ट हैं, जो घुसपैठिए हैं, वो मौज में हैं, लेकिन जो काली के भक्त हैं, जो राम के भक्त हैं वो डर-डर कर जीने को मजबूर हैं।
पीएम पद को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि दीदी आपको पीएम पद के सपने देखने की पूरी आजादी है। लेकिन हमारी सेना और सुरक्षाबलों को गाली देने से, उनके खिलाफ गुंडों का उपयोग करने से, आपकी अपनी विश्वसनीयता पर सवाल उठ चुके हैं।
पीएम मोदी ने कहा, आपके इस व्यवहार से पश्चिम बंगाल के सामान्य मानवी को भी बहुत दुःख हुआ है और इसका जवाब वो 19 मई को कमल का बटन दबाकर देने वाला है। पीएम मोदी ने कहा, ये देश सबकुछ स्वीकार कर सकता है लेकिन अहंकार किसी का भी स्वीकार नहीं करेगा। दीदी आपको यूपी, बिहार और ओडिशा वालों से समस्या है, आप उनके विरोध में खड़ी हो गयी हो। लेकिन जो रात के अंधेरे में सीमा को लांघकर, चोरी-छुपे यहां आते हैं, उनसे समस्या नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा, दीदी और TMC के नेताओं का अहंकार इतना बढ़ गया है कि उन्होंने देश की रक्षा में जुटे सपूतों को भी नहीं छोड़ा है। इनके नेता सरेआम धमकी देते हैं कि सुरक्षा कर्मियों को भगाओ, उनको मारो। यही तरीका जम्मू कश्मीर में पत्थरबाज अपनाते हैं।
14 मई को बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा हुई थी। जिसमें टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प हुई थी। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का भी सहारा लेना पड़ा था।