नई दिल्ली: पेगासस स्पाईवेयर सहित कृषि बिलों और कई अन्य मुद्दों पर हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही सोमवार (26 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दी गई। संसद का ये मॉनसून सत्र कुल मिलाकर अभी तक हंगामों की भेंट ही चढ़ता रहा है।। राज्यसभा में भी शुक्रवार को हंगामा देखने को मिला।
शांतनु सेन के निलंबन पर हंगामा
तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन को राज्यसभा में उनके कल के आचरण के लिए निलंबित किए जाने के विरोध में, तृणमूल एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक शुक्रवार को पहली बार के स्थगन के बाद दूसरी बार दोपहर 12.30 बजे तक और फिर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
जैसे ही दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, उपसभापति हरिवंश ने निलंबित सदस्य शांतनु सेन को यह कहते हुए सदन से बाहर जाने को कहा कि उनके निलंबन का प्रस्ताव मंजूर कर लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘कृपया आप सदन से बाहर चले जाएं।’’ इसी समय तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा आरंभ कर दिया। लिहाजा, उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12.30 बजे तक स्थगित कर दी गई।
इससे पहले, हंगामे के कारण सदन में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया। बैठक शुरू होने पर सभापति ने इस पर निराशा जताई और कहा कि संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद अब तक केवल कोविड-19 महामारी के मुद्दे पर चार घंटे की चर्चा हो पाई है और इसके अलावा कोई अन्य कामकाज हंगामे की वजह से नहीं हो पाया।
लोकसभा में भी विपक्ष का हंगामा
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों द्वारा पेगासस जासूसी मामला सहित विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 15 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और प्रश्नकाल शुरू कराया। इसके बाद कुछ विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए।
कुछ सदस्यों के हाथों में तख्तियां थी जिस पर पेगासस मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग का विषय लिखा हुआ था।
सदन में हंगामे के बीच ही स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने मंत्रालयों से संबंधित पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए। बिरला ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की। हालांकि हंगामा जारी रहा। इस बीच सदन को 1.15 बजे दोपहर 12 बजे तक के लिए और फिर दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।
(भाषा इनपुट)