मुंबई: देश भर में फैले कोरोना संक्रमण के बीच महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन को लेकर कहा कि मैं समझता हूं कि लोगों को घर से बाहर नहीं जाने की वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करनी होता है। यही नहीं लोग 24 घंटे घर पर रहकर बोर हो जाते हैं। मुझे इस पर खेद है लेकिन #COVID-19 (कोरोना संक्रमण) को हराने के लिए घर पर रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
इसके साथ ही सीएम ठाकरे ने कहा कि मैं सभी सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों से अपील करना चाहता हूं, जिनके पास चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े अनुभव हैं, वह इस महामारी के दौर में अपना योगदान दे सकते हैं। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि नर्स, वार्ड बॉय आदि का जिन्होंने प्रशिक्षण पूरा कर लिया है, लेकिन किसी कारण से काम नहीं किया है, या अनुभव है, ऐसे सभी लोग हमसे जुड़ने के लिए आगे आएं। महाराष्ट्र को आपकी जरूरत है।
लॉकडाउन को लेकर इससे पहले मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि कोरोना वायरस के कारण लागू किए गए लॉकडाउन पर निर्णय स्थिति की समीक्षा करने के बाद उचित समय पर किया जाएगा।
इस बीच राज्य में बंद को 14 अप्रैल से आगे बढ़ाए जाने के संकेत मिल रहे हैं। देश में कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए 25 अप्रैल से 21 दिन का बंद लागू किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि ठाकरे ने पहली बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की जिसमें राज्य में संक्रमण फैलने की वर्तमान स्थिति और उससे निपटने के लिए उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं पर चर्चा की गई।
ठाकरे ने कहा कि बंद पर निर्णय 14 अप्रैल के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के बाद उचित समय पर लॉकडाउन (बढ़ाने या समाप्त करने) पर निर्णय किया जाएगा।”