जम्मू, छह फरवरी(भषा) जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को जैश-ए-मोहम्मद (जैश) का मुखौटा संगठन माने जाने वाले लश्कर-ए-मुस्तफा के बहुवांछित आतंकी और स्वयंभू कमांडर की गिरफ्तारी के साथ यहां एक बड़े आतंकी हमले को नाकाम करने का दावा किया।
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि शोपियां जिले से 'ए' श्रेणी के आतंकवादी हिदायतुल्लाह मलिक उर्फ हसनैन की गिरफ्तारी अनंतनाग और जम्मू पुलिस की संयुक्त टीम ने जम्मू शहर के बाहरी इलाके में कुंजवानी इलाके से एक निजी कार रोककर की।
उन्होंने कहा कि मलिक एक शक्तिशाली कार बम से विस्फोट की योजना से संबंधित मामले में 10 आरोपियों में से एक थी। कार बम को पिछले साल मई में पुलवामा जिले में किसी भी बड़ी दुर्घटना को टालने के लिए मौके पर ही नष्ट कर दिया गया था। उसके सात अन्य साथियों को पिछले एक महीने में दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया था।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ लश्कर-ए-मुस्तफा को खत्म करने के लिए अनंतनाग पुलिस के प्रयासों के कारण उसके स्वयंभू प्रमुख की गिरफ्तारी हुई। इस श्रृंखला में पहली गिरफ्तारी अनंतनाग के अयाज भट की हुई थी, जिसे 18 जनवरी को एक पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया था।” प्रवक्ता ने बताया कि भट के खुलासे पर दो और आतंकी सहयोगी पांपोर के रयीस मीर और शोपियां के शाकिर इटू को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद अनंतनाग से चार और आतंकी सहयोगियों कोगिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आतंकी साथियों से पता चला है कि मलिक जम्मू के बठिंडी इलाके में रह रहा था और जम्मू में बड़े हमले की योजना बना रहा था।
जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीधर पाटिल ने बताया कि कुंजवानी बाईपास पर पुलिस ने एक निजी वाहन को विशेष सूचना पर रोक लिया, जिसके बाद से मलिक की गिरफ्तारी हुई ।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी ने भागने की कोशिश में पार्टी का नेतृत्व कर रहे पुलिस अधिकारी पर हमला किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उससे पूछताछ की जा रही है, जांच आगे बढ़ने पर अधिक जानकारी साझा की जाएगी।”
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस मलिक के एक अन्य सहयोगी की तलाश कर रही है जिसने कथित तौर पर उसके साथ कश्मीर से जम्मू की यात्रा की थी।
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