इलाहाबाद, 14 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने के बाद अब कुंभ नगरी इलाहाबाद का नाम बदला जाएगा। इलाहाबाद का नाम बदलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी है। इलाहाबाद का नाम बदलकर अब प्रयागराज रखा जाएगा। इसपर यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने भी अपनी सहमति दे दी है।
सीएम योगी ने इसका ऐलान कुंभ मेले के आयोजन से जुड़ी मार्गदर्शक मंडल की पहली बैठक में किया था। बता दें कि इस बैठक में प्रदेश के चीफ जस्टिस डीबी भोंसले के साथ अखाड़ा परिषद और अन्य धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं से जुड़े संत एवं गणमान्य लोग भी शामिल हुए थे। हालांकि यह सीएम योगी का बड़ा ऐलान है। सीएम योगी ने कहा कि जल्द ही नाम बदल दिया जाएगा।
कांग्रेस और सपा ने बोला धावा
इस ऐलान के साथ साथ सियासी गलियारों में आवाजें उठने लगी है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इलाहाबाद के नाम बदलने पर योगी सरकार पर धावा बोला है। कांग्रेस ने कहा कि योगी सरकार सिर्फ नाम बदलने का काम कर रही है। विकास नाम बदलने से नहीं बल्कि काम करने से होगा।
वहीं, कुंभ 2019 की बैठक के बाद सीएम योगी ने प्रेस कॉंफ्रेंस में कहा कि 201 9 इलाहाबाद कुंभ के लिए तैयारी अब तक संतोषजनक रही है। हम इस साल 30 नवंबर तक सभी तैयारियों को पूरी कर लेंगे। मेले की जानकारी देते हुए सीएम योगी ने कहा कि करीब 3200 हेक्टेयर में आयोजित होने वाले मेले में स्वच्छता पर खास ध्यान रखा जाएगा। मेले में 1,22,000 शौचालय और 20,000 कूड़ेदान का निर्माण किया जाएगा। इतने शौचालय के निर्माण से स्वच्छ भारत का संदेश लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।
इससे पहले सीएम योगी ने इलाहाबाद का नाम बदलने पर कहा था कि हिमालय से निकलने वाली दो देव तुल्य पवित्र नदियां- गंगा और यमुना का संगम इस पावन धरती पर होता है तो स्वभाविक तौर पर यह सभी प्रयागों का राजा है, इसलिए यह प्रयागराज कहलाता है। हमने उनकी इस बात का समर्थन किया है और हमारा प्रयास होगा कि बहुत जल्द हम इस नगर का नाम प्रयागराज करें।