सांसद उदित राज के इस बयान पर भड़के कुमार विश्वास, पूछा- मंदिर खटकने लगे अब?
By आदित्य द्विवेदी | Published: September 12, 2018 03:20 PM2018-09-12T15:20:27+5:302018-09-12T17:32:30+5:30
सांसद और दलित नेता उदित राज ने मंदिरों के सोने और संपत्ति को बेचकर बाढ़ पीड़ितों को देने की बात कही थी। इस बयान पर कवि और नेता कुमार विश्वास ने रोष व्यक्त किया है।
नई दिल्ली, 12 सितंबरः सांसद उदित राज के एक ट्वीट ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है। बुधवार को कवि और नेता कुमार विश्वास ने भी उदित राज के बयान पर रोष प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि आरक्षण के दम पर सफलता पाने वाले उदित राज को अब मंदिर खटकने लगे हैं। डॉ. कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, 'आरक्षण से IRS बने,आरक्षित सीट से सांसद बने,BJP सांसद जी यदि साढ़े 4 साल मौज लेने के बाद 70 वर्ष में आप का जरा सा भी विकास हो गया हो तो इस अचानक प्राप्त ज्ञान का उपयोग करते हुए आज ही अपनी पीढ़ियों को मिल रही आरक्षण की सुविधा अपने अन्य बंधुओं के लिए छोड़ दीजिए.मंदिर खटकने लगे अब?😡'
इससे पहले उदित राज ने लिखा था, 'केरल के पद्मनाभ,सबरीमाल और गुरुवायुर मंदिरों के सोने और सम्पत्ति को बेच दिया जाए तो बाढ़ की मार से निकलने के लिए 21 हज़ार करोड़ से पाँच गुणा ज़्यादा है । जनता को सड़कों पर निकल करके माँग करनी चाहिए । मंदिरों में पड़ी हुई सम्पत्ति किस काम की है?'
आरक्षण से IRS बने,आरक्षित सीट से सांसद बने,BJP सांसद जी यदि साढ़े 4 साल मौज लेने के बाद 70 वर्ष में आप का जरा सा भी विकास हो गया हो तो इस अचानक प्राप्त ज्ञान का उपयोग करते हुए आज ही अपनी पीढ़ियों को मिल रही आरक्षण की सुविधा अपने अन्य बंधुओं के लिए छोड़ दीजिए.मंदिर खटकने लगे अब?😡 https://t.co/3y6WzgyUsy
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 12, 2018
उदित राज के इस बयान का पर कई यूजर्स ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। जेएस पांडेय ने लिखा, 'सर,आपके इस विचार से हम सहमत हो जाते अगर आप इसमें वेलानकन्नी चर्च, अजमेर दरगाह और ऐसे ही अनेक अकूत सम्पत्ति वाले अन्य धर्मस्थलों का नाम जोड़ देते... पर उसके लिये असली "दम" चाहिये, दम है तो एक संसोधित ट्वीट करके सारे धर्मस्थलों की सम्पत्ति की बात करिये'।
वकील प्रशांत पटेल ने लिखा, 'भारत में रेलवे के बाद सबसे अधिक जमीन चर्च के पास है, क्यों न आपके वास्तविक मजहब की जमीन नीलाम करके बाढ़ पीड़ितों की मदद की जाए @Dr_Uditraj जी। वैसे आप पति-पत्नी दोनों IRS होते हुए सुरक्षित सीट और बच्चों के लिए आरक्षण नहीं छोड़ा लेकिन मंदिर की सम्पति की बात करते हुए शर्म नहीं आई।'