Kolkata rape-murder: कोलकाता में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध का स्वर कई शहर में फैल गया है। दिल्ली, पटना, लखनऊ, केरल, मुंबई, जयपुर और चंड़ीगढ़ में प्रदर्शन जारी है। छात्र न्याय की मांग कर रहे हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। चार पन्नों की रिपोर्ट में कहा गया है कि गला घोंटने के कारण उसका थायरॉइड कार्टिलेज टूट गया था। निजी अंगों में गहरा घाव पाया गया। हत्या और बलात्कार 9 अगस्त को सुबह 3 से 5 बजे के बीच हुआ।
पेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर चोटें पाई गईं। पीड़िता की नाक और मुंह बंद कर दिया गया था और वह चिल्ला न सके इसके लिए उसके सिर को दीवार से सटा दिया गया था। महिला के चेहरे पर खरोंच के निशान आरोपी के नाखूनों के कारण बने थे, जिससे पता चलता है कि पीड़िता ने सख्त तौर पर जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की थी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया कि चिल्लाने से रोकने के लिए मुंह और गले को लगातार दबाया गया। गला घोंटने के लिए गला दबाया गया। गला घोंटने से थायराइड कार्टिलेज टूट गया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि महिला की दोनों आंखों, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था। आँख में चोट लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।
कोलकाता में प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है, जिसके कारण यहां के सरकारी अस्पतालों में गैर-जरूरी सेवाएं बंद हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में हुई घटना के विरोध में देशभर के सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए, जिससे ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) और गैर-आपातकालीन सर्जरी जैसी सेवाएं ठप हो गईं।
यह हड़ताल ‘फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ (फोरडा) के आह्वान पर की गई है, जिसका कहना है, ‘‘जब तक न्याय नहीं मिल जाता और हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हड़ताल समाप्त नहीं होगी।’’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक में कोई नतीजा नहीं निकलने के बाद एसोसिएशन ने सोमवार को अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को बढ़ाने की घोषणा की।
फोरडा के अध्यक्ष अविरल माथुर ने बैठक के बाद घोषणा की कि हड़ताल मंगलवार को भी जारी रहेगी। माथुर ने कहा, ‘‘सोमवार को एसोसिएशन के सदस्यों और चिकित्सकों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के दल से मुलाकात की। मांगों को लेकर कोई हल नहीं निकला, इसलिए हड़ताल एक और दिन जारी रहेगी।’’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।
दिल्ली स्थित एम्स में सर्जरी में आई 80 प्रतिशत की कमी
दिल्ली स्थित एम्स में सोमवार को सर्जरी में 80 प्रतिशत और भर्ती होने वालों की संख्या में 35 प्रतिशत की कमी आई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। सोमवार को प्रमुख अस्पताल द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया, "सभी वैकल्पिक भर्ती तत्काल प्रभाव से रोक दिए जाएंगे और हड़ताल समाप्त होने तक मरीजों की केवल आपातकालीन भर्ती ही ली जाएंगी।"
दिल्ली एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) सोमवार सुबह फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएश (फोर्डा) की देशव्यापी हड़ताल में शामिल हो गया, जिससे ओपीडी और रोगी वार्ड सहित सभी गैर-जरूरी सेवाएं निलंबित कर दी गईं। एम्स आरडीए के महासचिव डॉ. रघुनंदन दीक्षित ने कहा कि आपातकालीन देखभाल जारी रहेगी, ताकि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को परेशानी न हो और उन्हें उपचार मिल सके। दिल्ली स्थित एम्स के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को कुल 625 मरीज भर्ती किये गये, जिनमें से 409 मुख्य अस्पताल में थे।
उन्होंने बताया कि हड़ताल से प्रभावित अन्य सेवाओं में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में पंजीकरण में 20 प्रतिशत की कमी, प्रयोगशाला सेवाओं में 25 प्रतिशत तथा रेडियोलॉजिकल जांच में 40 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि आज की गई कुल सर्जरी में से 98 बड़ी और 94 छोटी थीं।
कोलकत्ता में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म, हत्या के विरोध में जयपुर के डॉक्टरों ने हड़ताल की घोषणा की
कोलकाता में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) ने सोमवार को हड़ताल पर जाने की घोषणा की। रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार को यहां कैंडल मार्च निकाला और हड़ताल की घोषणा करते हुए पारदर्शी जांच, जिम्मेदार अधिकारियों के इस्तीफे, पीड़िता के परिवार को पर्याप्त मुआवजा, केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के क्रियान्वयन और देशभर के सभी मेडिकल कॉलेजों में कार्यस्थल पर सुरक्षा उपायों की मांग की। जार्ड के अध्यक्ष डॉ. मनोहर सियोल ने कहा कि सभी ओपीडी, ऑपरेशन वार्ड की सेवाएं तत्काल बंद कर दी गई हैं।
हालांकि, विरोध के दौरान आपातकालीन आवश्यक सेवाएं अप्रभावित रहेंगी। डॉ. सियोल ने कहा, "आम सभा की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, हम तत्काल प्रभाव से वैकल्पिक सेवाएं बंद करने की घोषणा कर रहे हैं, जब तक कि हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।" हड़ताल के कारण जयपुर के एसएमएस सरकारी अस्पताल और इससे जुड़े अस्पतालों में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी), ऑपरेशन थियेटर (ओटी) और अन्य वार्ड में काम प्रभावित रहेगा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा को पत्र लिखकर डॉक्टरों के खिलाफ हमलों और हिंसा को रोकने के लिए एक विशेष केंद्रीय कानून बनाने की मांग की है। आईएमए ने इसके साथ ही, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने की भी मांग की है। एसोसिएशन ने कहा कि 25 राज्यों में डॉक्टरों और अस्पतालों पर हमलों के संबंध में कानून हैं।