Kolkata Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बदलाव कर दिया है। कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल की जगह मनोज कुमार वर्मा कोलकाता पुलिस के नए आयुक्त होंगे। विनीत कुमार गोयल को एडीजी और आईजीपी, एसटीएफ, पश्चिम बंगाल के पद पर स्थानांतरित और तैनात किया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक और चिकित्सा शिक्षा के निदेशक को पद से हटाया गया है। डॉ कौस्तव नायक को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संस्थान का नया निदेशक नियुक्त किया गया है। आरजी कर अस्पताल मामले में सोमवार शाम को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर राज्य सरकार और आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों के बीच बैठक हुई थी। 11 अधिकारी को यहां से वहां भेजा गया है। इसमें 7 आईपीएस हैं।
भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी मनोज कुमार वर्मा को विनीत गोयल की जगह मंगलवार को कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया। एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई। आरजी कर अस्पताल में एक चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या के मामले से निपटने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे गोयल को हटाने की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी के साथ बैठक की थी।
गोयल 1994 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं और उन्हें पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) बनाया गया था। वर्मा 1998 बैच के अधिकारी हैं। इससे पहले वह एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अब एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) की जिम्मेदारी 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी जावेद शमीम को सौंपी गई है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने चिकित्सा शिक्षा निदेशक (डीएमई) डॉ कौस्तव नायक और स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक (डीएचएस) डॉ देबाशीष हालदार को मंगलवार को उनके पद से हटा दिया। स्वास्थ्य विभाग के एक आदेश में यह जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों के बीच सोमवार रात हुई बैठक होने के बाद यह आदेश जारी किया गया है।
बैठक में ममता ने नायक और हालदार को उनके पद से हटाने का वादा किया था। स्वास्थ्य विभाग के आदेश के अनुसार, डॉ स्वप्न सोरेन को स्वास्थ्य सेवाओं का नया प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया है, जबकि डॉ सुपर्णा दत्ता चिकित्सा शिक्षा की विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) होंगी।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या के विरोध में पिछले 39 दिनों से प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ चिकित्सक राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार में कथित संलिप्तता के लिए स्वास्थ्य सेवा निदेशक, चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सचिव को हटाने की मांग कर रहे हैं।