रत्नागिरी: केरल के कोझिकोड में एक एक्सप्रेस ट्रेन में आगजनी करने का संदिग्ध आरोपी महाराष्ट्र के रत्नागिरी से पकड़ा गया है। महाराष्ट्र एटीएस ने यह जानकारी दी है। महाराष्ट्र एटीएस ने बुधवार सुबह बताया कि सेंट्रल इंटेलिजेंस और महाराष्ट्र एटीएस की संयुक्त टीम ने संदिग्ध आरोपी को रत्नागिरी से पकड़ा। केरल पुलिस की एक टीम भी रत्नागिरी पहुंच गई है और जल्द ही इस आरोपी को उन्हें सौंप दिया जाएगा।
संदिग्ध पर आरोप है कि उसने पिछले रविवार को अलप्पुझ- कन्नूर एक्सप्रेस ट्रेन के डी1 बोगी में सफर के दौरान एक यात्री पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में कुल नौ लोग झुलस गए थे और उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। घटना रात करीब 9.45 बजे तब हुई जब ट्रेन कोझिकोड शहर को पार करने के बाद यहां कोरापुझा रेलवे पुल पर पहुंची।
घटना के बाद एक महिला, पुरुष तथा एक बच्चा लापता हो गये थे जिनके शव रविवार देर रात इलाथुर रेलवे स्टेशन के नजदीक रेल की पटरी पर मिले थे। माना जा रहा है कि ट्रेन में आग लगने के बाद बचने कोशिश करते हुए दोनों ट्रेन से गिर गए थे।
पूरे मामले के आतंकी कनेक्शन की भी हो रही जांच
शुरुआत में इस घटना को दो लोगों के बीच का विवाद माना जा रहा था। हालांकि, बाद में कुछ पूछताछ के बाद केरल पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जांच का दायरा बढ़ा दिया। घटना के दो दिन बाद मंगलवार को एनआईए, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) सहित विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों ने ट्रेन की जली हुई बोगियों का निरीक्षण किया था।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ता ने बुलंदशहर के स्याना में एक युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, हालांकि पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने सोमवार की रात बुलंदशहर के स्याना थाना क्षेत्र के अकबराबाद मोहल्ले में एक घर में छापेमारी की और शाहरुख नाम के युवक को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। शाहरुख के पिता यामीन ने दावा किया कि उसका बेटा पिछले दो महीने से घर में ही था और इस दौरान वह केरल नहीं गया था। यामीन ने कहा कि पुलिस कल रात उनके बेटे को घर से पूछताछ के लिए ले गई थी और बाद में उन्हें पता चला कि शाहरुख को छोड़ दिया गया है।