जम्मू: अधिकारियों का दावा है कि कश्मीर के पर्यटन में तेजी आ रही है। उनके इस दावे का आधार पिछले दो महीनों के भीतर कश्मीर आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो महीनों में 3,000 से ज्यादा देशी पर्यटक कश्मीर पहुंच चुके हैं, जो पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि और एक पर्यटन स्थल के रूप में घाटी में नए विश्वास को दर्शाता है।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि विदेशी पर्यटकों के आगमन में ताजा वृद्धि इस बात का संकेत है कि धीरे-धीरे विश्वास लौट रहा है। अधिकारियों का कहना था कि विदेशी पर्यटक एक बार फिर घाटी के दर्शनीय स्थलों, जैसे गुलमर्ग, पहलगाम, और शालीमार, निशात और चश्मा शाही जैसे मुगल उद्यानों के अलावा अन्य लोकप्रिय स्थलों की सैर कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में जनवरी-जून 2025 के दौरान 19,570 विदेशी पर्यटकों ने और इसी अवधि में 95 लाख से ज्यादा घरेलू पर्यटकों ने कश्मीर का भ्रमण किया। वे दावा करते थे कि यह दर्शाता है कि पहलगाम में अप्रैल में हुए हमले से पहले ही पर्यटन में तेजी आ रही थी।
अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों की यह नई आमद 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ महीनों बाद हुई है, जिसने कश्मीर के पर्यटन उद्योग को गहरा झटका दिया था।
इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के कारण कई उड़ानें रद्द हुईं, आपातकालीन वापसी उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और इस घटना से जुड़े बाहरी स्थलों की बुकिंग में कुछ समय के लिए गिरावट आई।
अधिकारी इस वापसी का श्रेय बेहतर बुनियादी ढांचे, जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग द्वारा निरंतर प्रचार अभियानों और दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में कश्मीर की स्थिति में नए सिरे से पैदा हुए विश्वास को देते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस बार जल्द शुरु हुई बर्फबारी से कश्मीर के शीतकालीन पर्यटन स्थलों की ओर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों के आकर्षित होने की उम्मीद है।