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Kartarpur Corridor reopens: गुरुपर्व से पहले खुशखबरी, कल से खुलेगा करतारपुर साहिब गलियारा, कैसे करें रजिस्ट्रेशन और क्या है जरूरी दस्तावेज

By सतीश कुमार सिंह | Updated: November 16, 2021 18:58 IST

Kartarpur Corridor reopens:  पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने करतारपुर गलियारा दोबारा खोलने के केंद्र के फैसले का मंगलवार को स्वागत किया और कहा कि राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य उस ‘जत्थे’ का हिस्सा होंगे जो 18 नवंबर को पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक स्थल का दौरा करेगा।

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ठळक मुद्देपिछले साल मार्च में करतारपुर साहिब की तीर्थयात्रा को निलंबित कर दिया गया था।भारतीय पासपोर्ट धारक और ओसीआई धारक ही करतारपुर जा सकते हैं। विदेशियों की अनुमति नहीं है।prakashpurb550.mha.gov.in पर जाएं।

Kartarpur Corridor reopens:पाकिस्तान में स्थित सिखों के सबसे पूजनीय तीर्थस्थलों तक जाने के लिए करतारपुर साहिब गलियारे को बुधवार से दोबारा खोला जाएगा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। गुरु पर्व 19 नवंबर को है। नवंबर 2019 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गलियारे का उद्घाटन किया था।

करतारपुर गलियारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के अंतिम विश्राम स्थल गुरुद्वारा दरबार साहिब, पाकिस्तान को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ता है। कोविड-19 के प्रकोप के बाद मार्च 2020 से रुकी हुई तीर्थयात्रा को फिर से शुरू करने की घोषणा शुक्रवार को गुरु नानक देव की जयंती से तीन दिन पहले की गई। सरकार ने कहा है कि श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के माध्यम से तीर्थयात्रा को मौजूदा प्रक्रियाओं और कोविड प्रोटोकॉल के पालन के अनुसार सुविधा प्रदान की जाएगी।

कौन जा सकता है करतारपुर कॉरिडोर?

केवल भारतीय पासपोर्ट धारक और ओसीआई धारक ही करतारपुर जा सकते हैं।

विदेशियों की अनुमति नहीं है।

करतारपुर कॉरिडोर विजिट रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज

वैध भारतीय पासपोर्ट या ओसीआई।

ब्लड ग्रुप।

स्थानीय पुलिस स्टेशन का नाम (यदि भारतीय है)।

पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ की स्कैन कॉपी (JPG फॉर्मेट में 300 kb साइज से ज्यादा नहीं)।

पासपोर्ट की स्कैन की प्रति (फोटो और व्यक्तिगत विवरण युक्त)।

अंतिम पृष्ठ जिसमें परिवार के विवरण शामिल हैं, प्रारूप में केवल 500 केबी से अधिक आकार का नहीं है।

ओसीआई कार्ड के पहले पृष्ठ की स्कैन की गई प्रति प्रारूप में केवल 500 केबी आकार से अधिक नहीं होनी चाहिए।

करतारपुर कॉरिडोर ईबुकिंग: आवेदन करने की प्रकियाः

prakashpurb550.mha.gov.in पर जाएं।

शीर्ष पर 'ऑनलाइन आवेदन करें' पर क्लिक करें अपनी राष्ट्रीयता और यात्रा की तारीख चुनें।

आगे बढ़ने के लिए 'जारी रखें' दबाएं।

वेबसाइट उन तारीखों को दिखाएगी जिन पर स्लॉट उपलब्ध हैं।

उपलब्धता के अनुसार उस दिन का चयन करें जिस दिन आप करतारपुर जाना चाहते हैं।

करतारपुर कॉरिडोर पंजीकरण फॉर्म का भाग ए स्क्रीन पर दिखाई देगा

इसे भरें और 'सहेजें और जारी रखें' पर क्लिक करें।

बाकी हिस्सों के लिए भी ऐसा ही करें।

आप अपना पंजीकरण नंबर, पासपोर्ट नंबर और जन्म तिथि दर्ज करके उसी पोर्टल पर पंजीकरण की स्थिति की जांच कर सकते हैं।

ऑनलाइन पंजीकरण के बाद: पंजीकरण फॉर्म का एक प्रिंटआउट लें और अपने पास रखें। सफल पंजीकरण के बाद आपको एसएमएस और ई-मेल प्राप्त होगा। उनके लिए एक ईटीए भी तैयार किया जाएगा, जिसकी यात्रा के दौरान आवश्यकता होगी। करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल करते समय ईटीए के साथ पासपोर्ट भी जरूरी है।

करतारपुर साहिब गलियारे को फिर से खोलने का निर्णय

शाह ने कहा कि यह फैसला गुरु नानक देव जी और सिख समुदाय के प्रति नरेन्द्र मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है। उन्होंने ट्वीट किया, “एक बड़ा फैसला जो लाखों सिख श्रद्धालुओं को लाभ पहुंचाएगा, नरेंद्र मोदी सरकार ने कल, 17 नवंबर से करतारपुर साहिब गलियारे को फिर से खोलने का निर्णय किया है।”

गृह मंत्री ने कहा, “यह फैसला गुरु नानक देव जी और सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है।” गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्र 19 नवंबर को श्री गरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है और उन्हें विश्वास है कि यह कदम “देश भर में खुशी और उत्साह को और बढ़ाएगा।” पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया और कहा कि राज्य मंत्रिमंडल उस ‘जत्थे’ का हिस्सा होगा जो 18 नवंबर को पाकिस्तान में गुरुद्वारे का दौरा करेगा।

चन्नी के अलावा, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ और शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी केंद्र के इस कदम की सराहना की। भारत ने 24 अक्टूबर, 2019 को पाकिस्तान के साथ करतारपुर गलियारा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत, सभी धर्मों के भारतीय तीर्थयात्रियों को 4.5 किलोमीटर लंबे मार्ग के माध्यम से साल भर वीजा मुक्त यात्रा करने की अनुमति दी गई थी।

टॅग्स :करतारपुर साहिब कॉरिडोरपाकिस्तानअमित शाहKartarpurइमरान खानगुरु नानक
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