बेंगलुरु: BJP-JDS गठबंधन पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा है कि अभी तक हमारे बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। हम बाद में देखेंगे कि आगे क्या करना है। हम साथ आ रहे हैं इस पर चर्चा क्यों हो रही है? क्योंकि हमें लोगों के बीच जाना है।
कुमारस्वामी ने कहा कि लोगों को इसकी जरूरत है क्योंकि कांग्रेस पिछले 2-3 महीनों से लोगों को लूट रही है। राजनीतिक गतिविधियों को देखकर कांग्रेस डर गई है। इससे पहले भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य येदियुरप्पा ने कहा था कि चुनावी तालमेल के तहत जद(एस) कर्नाटक में 28 संसदीय क्षेत्रों में से चार पर चुनाव लड़ेगी। चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे येदियुरप्पा ने कहा, "भाजपा और जद(एस) के बीच तालमेल होगा। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जद(एस) को चार लोकसभा सीट देने के लिए राजी हो गए हैं।"
बता दें कि बीजेपी 20 से 22 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की सोच रही है। बताया जा रहा है कि 6 से 8 सीटों पर जेडीएस उम्मीदवार उतारने की बात हुई है। ऐसी संभावना है कि लोकसभा चुनाव से पहले जिला पंचायत और तालुक पंचायत चुनाव से गठबंधन की शुरुआत हो जाएगी। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कर्नाटक की 28 सीटों में से 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार इतनी सीटों पर जीत का माहौल नहीं है। ऐसे में बीजेपी जेडीएस के साथ गठबंधन कर कर्नाटक में ज्यादा सीटें जीतने की योजना बना रही है। इस प्रकार, चुनाव में 28 निर्वाचन क्षेत्रों में से, भाजपा ने केवल उन 15 से 18 निर्वाचन क्षेत्रों पर अधिक जोर देने का फैसला किया है जो चुनाव जीतेंगे, शेष निर्वाचन क्षेत्रों को जेडीएस के लिए छोड़ दिया है।
इस गठबंधन को लेकर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भी आई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) के बीच चुनावी समझौते से चिंतित नहीं हैं और लोग कांग्रेस पार्टी का समर्थन करेंगे। बीजेपी-जेडीएस गठबंधन पर पूर्व सीएम जगदीश शेट्टर की प्रतिक्रिया भी आई है। उन्होंने कहा कि दो असहाय लोग हमेशा एक साथ आते हैं, एक तरफ जेडीएस कमजोर है और दूसरी तरफ बीजेपी कमजोर है। ऐसे में दोनों के लिए गठबंधन अपरिहार्य है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में दोनों एक दूसरे से लड़े थे और अब फिर से गठबंधन की बात कर रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस का उदय हो रहा है। बीजेपी के कई नेता कांग्रेस का रुख कर चुके हैं।