कर्नाटक: भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 'नंदिनी बनाम अमूल' विवाद में कहा, "अमूल कर्नाटक में नहीं आ रहा है, ये कांग्रेस का फैलाया झूठ है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 10, 2023 03:57 PM2023-04-10T15:57:53+5:302023-04-10T16:07:39+5:30
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कर्नाटक के 'नंदिनी बनाम अमूल' विवाद में कांग्रेस को घेरते हुए आरोप लगाया है कि जनता को भ्रमित करने के लिए कांग्रेस अफवाह फैला रही है कि अमूल कर्नाटक में आ रहा है, जबकि यह सच्चाई नहीं है।
बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने कर्नाटक के 'नंदिनी बनाम अमूल' विवाद में दखल दिया है और कहा है कि कांग्रेस इसमें गलत तरीके से अफवाह फैला रही है कि अमूल कर्नाटक में आ रहा है, जबकि यह सच्चाई नहीं है। अमूल कर्नाटक में नहीं जा रहा है और न ही कर्नाटक के दुग्ध ब्रांड नंदिनी के साथ उसका विलय होने जा रहा है।
उन्होंने रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी इस तरह की बातें करके जनता के बीच अफवाह और भ्रामक सूचनाएं फैलाने के लिए राज्यव्यापी अभियान चला रही है। आईटी सेल के प्रमुख मालवीय ने इस विवाद में एक के बाद एक तीन ट्वीट करके भाजपा की ओर से सफाई पेश करने की कोशिश की और कांग्रेस पर हमला भी किया।
मालवीय ने अपने ट्वीट में कहा, “अमूल कर्नाटक में प्रवेश नहीं कर रहा है। अमूल और केएमएफ दोनों अपने उत्पादों को क्वीक कामर्शियल प्लेटफार्मों पर बेचते हैं। 2019 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद केएमएफ का सालाना टर्नओवर 10,000 करोड़ बढ़ गया। वहीं 2022 में इसका टर्नओवर 25,000 करोड़ था, जिसमें से 20,000 करोड़ रुपया कर्नाटक के किसानों के पास वापस चला गया।"
अमित मालवीय अपने अगले ट्वीट में बताते हैं, "केएमएफ देश की दूसरी सबसे बड़ी दुग्ध सहकारी संस्था है। केएमएफ के महाराष्ट्र, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में डिपो हैं। एएमएफ की कुल बिक्री का 15 फीसदी हिस्सा कर्नाटक के बाहर है। नंदिनी को सिंगापुर, यूएई और कई दूसरे देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है। अमूल और केएमएफ का विलय नहीं हो रहा है।"
- Amul is NOT entering Karnataka
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 9, 2023
- Both Amul and KMF sell their products across quick-commerce platforms
- KMF’s turnover went up by 10,000 crore after BJP came to power in 2019. In 2022, turnover stood at 25,000 crore, of which 20,000 crore went back to farmers of Karnataka
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एक अन्य ट्वीट में मालवीय कहते हैं, “यही एक कारण है कि भारत कांग्रेस पर भरोसा नहीं करता है। वे झूठ बोलते हैं! कांग्रेस की ओर से जो नई गलत सूचना अभियान चलाई जा रही है कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन, जो कि नंदिनी का मालिक है। उसका अमूल के साथ विलय करने जा रहा है। यह पूरी तरह से झूठ है।”
मालूम हो कि कर्नाटक में बीते 10 मई को चुनाव होने वाले हैं। इस बीच 'नंदिनी बनाम अमूल' विवाद सत्ताधारी भाजपा और विरोधी दल कांग्रेस के बीच सियासी जंग का मुद्दा बन गया है। कांग्रेस का आरोप है कि गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड, जो कि अमूल ब्रांड के नाम से दुग्ध उत्पादों का व्यवसाय करती है। उसे कर्नाटक में जबरन थोपा जा रहा है, जबकि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) का नंदिनी ब्रांड राज्य की आवश्यकता के हिसाब से दुग्ध उत्पादन कर रहा है।
कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि विपक्षी दल कांग्रेस इस मुद्दे पर विशुद्ध राजनीति कर रही है, जिसे नहीं किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि विपक्षी दल कांग्रेस इसे मु्द्दा बनाकर शर्मनाम राजनीति कर रही है।"