नई दिल्ली: सुदिप्तो सेन के निर्देशन वाली फिल्म 'द केरल स्टोरी' लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। फिल्म को लेकर न सिर्फ केरल में बल्कि देशभर में राजनीतिक विवाद हो रहे हैं। फिल्म में कथित तौर व्यवस्थित रूप से धर्मांतरित की गईं और कट्टरपंथी बनाई गई हजारों निर्देष महिलाओं की सच्चाई को सामने लाने का दावा किया गया है। वहीं, अब राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इस फिल्म को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
उन्होंने बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा, "सेंसर बोर्ड द्वारा क्लियर की गई 'द केरल स्टोरी' जहर फैलाती है और एक पूरे समुदाय में जहर फैलाती है और कर्नाटक में पीएम कहते हैं कि कांग्रेस समाज को विभाजित करने की राजनीति करती है। अवास्तविक लगता है!" इस बीच 'द केरल स्टोरी' के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने मंगलवार को इन आरोपों को खारिज किया कि फिल्म का वित्तपोषण भाजपा ने किया था।
उन्होंने ये भी कहा था कि फिल्मकार के तौर पर उनका किसी भी राजनीतिक दल के साथ "कुछ लेना देना नहीं है"। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि फिल्म को देखे बिना इस पर टिप्पणी करना 'अटकलबाजी' है। केरल में सत्तारूढ़ भारतीय मार्क्सवादी पार्टी (माकपा) ने दावा किया कि फिल्म 'भाजपा प्रायोजित' है और राज्य में लोगों को विभाजित करने और उनके बीच दुश्मनी पैदा करने के 'संघ परिवार के एजेंडा' का हिस्सा है।
(भाषा इनपुट के साथ)