Kanchanjunga Express Accident: पश्चिम बंगाल के रंगपानी स्टेशन के पास सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस से एक मालगाड़ी के टकराने से कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए। सोमवार, 17 जून को हुई इस घटना की सूचना मिलते ही फौरन राहत-बचाव की टीमें अलर्ट हो गई और बचाव अभियान में लग गई।
यह दुर्घटना बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से केवल सात किलोमीटर की दूरी पर हुई। हालांकि, हादसे के बाद यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इतना बड़ा हादसा हुआ कैसे और क्या कारण रहा कि मालगाड़ी और यात्री ट्रेन टकरा गई। आइए 10 अहम बिंदुओं के जरिए समझते हैं इस घटना को...
1- एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि 30 लोगों को गैर-घातक चोटें आईं। उन्होंने कहा कि मालगाड़ी के पिछले हिस्से से टकराने के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन पिछले डिब्बे पटरी से उतर गए।
2- गौरतलब है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस असम के सिलचर से कोलकाता के सियालदह के बीच चलती है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने कहा कि यह अगरतला से सियालदह आ रही थी, तभी रंगपानी स्टेशन के पास मालगाड़ी ने इसे पीछे से टक्कर मार दी।
3- केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना। बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।"
4- समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मालगाड़ी सिग्नल पार कर गई और कंचनजंगा एक्सप्रेस के पिछले पार्सल कोच से टकरा गई। एक्सप्रेस ट्रेन में आमतौर पर दो पार्सल बोगियां और गार्ड के लिए एक कोच होता है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को बचाव और राहत अभियान में लगाया गया है।
5- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, "अभी-अभी दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में एक दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। विस्तृत जानकारी का इंतजार है, बताया जा रहा है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई है। डीएम, एसपी, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा दल को बचाव, राहत और चिकित्सा सहायता के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है। युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।"
6- सोशल मीडिया पर हादसे की जो तस्वीरें सामने आई है उनमें ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटका हुआ दिखाई दे रहा है। स्थानीय स्टेशन ने बचाव अभियान के समन्वय के लिए रंगापानी स्टेशन पर एक नियंत्रण डेस्क भेजा है।
7- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जानमाल के नुकसान पर शोक जताया। मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रेल दुर्घटना के कारण लोगों की जान जाने की खबर बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और राहत एवं बचाव कार्यों की सफलता की प्रार्थना करता हूं।"
8- त्रिपुरा के मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि दुर्घटना सुबह 8.50 बजे हुई। उन्होंने कहा, "सुबह करीब 8:50 बजे सियालदह की ओर जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई...इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं...भारत सरकार, प्रधानमंत्री, रेल मंत्री और हमारे मुख्यमंत्री स्थिति का जायजा ले रहे हैं।"
9- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मौतों पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि अश्विनी वैष्णव दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे। उन्होंने एक्स पर लिखा, "पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।"
10- दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ता पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के रुइधासा में ट्रेन दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं। बताया जा रहा है कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के मालगाड़ी से टकरा जाने से अब तक 8 लोगों की मौत हो गई।