जाने-माने वैज्ञानिर के. सिवान को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को मोदी कैबिनेट ने सिवान के नियुक्ति को मंजूरी दे दी। वो एएस किरन की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल 14 जनवरी 2018 को पूरा हो रहा है। सिवान को तीन साल के लिए डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस का सेक्रेटरी और स्पेस कमिशन का चेयरमैन बनाया गया है। जानें उनसे जुड़ी कुछ खास बातें...
- के सिवान को 'रॉकेट मैन' कहना गलत नहीं होगा क्योंकि उन्होंने इसरो को एकसाथ 104 उपग्रह भेजने की क्षमता प्रदान की थी। वर्तमान में के सिवान विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में निदेशक हैं।
- सिवन ने साल 1980 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया और 1982 में बेंगलुरु के आईआईएससी से एयरोस्पेस इंजीनियेरिंग में स्नातकोत्तर किया है। आईआईटी बॉम्बे से उन्होंने साल 2006 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी पूरी की है।
- पीटीआई की खबर के मुताबिक सिवान ने 1982 में इसरो का पीएसएलवी प्रोजेक्ट जॉइन किया था। उनके बायोडाटा के मुताबिक उनके लेख कई जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं और उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं।