नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और एमएलसी के. कविता प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तीसरे दौर की पूछताछ रवाना हुई हैं।
मंगलवार को दफ्तर पहुंचने के दौरान उन्होंने मीडिया को अपना फोन दिखाया जिसे उन्होंने ईडी के पास जमा किए हैं। ईडी कार्यालय में जाने से पहले बीआरएस नेता को मीडिया के लोगों के सामने फोन की ब्रांडिंग करते देखा गया। कविता ने ईडी अधिकारियों को संबोधित एक पत्र भी सौंपा।
गौरतलब है कि घोटाले की अवधि के दौरान उनके द्वारा उपयोग किए गए फोन के कथित विनाश के संबंध में पहले उनसे पूछताछ की थी।
अपने पिता के. चंद्रशेखर राव के आवास से बाहर निकलते हुए कविता कार के गेट पर खड़ी हुई और हाथों में फोन लहराने लगी। इसके बाद वह कार में बैठकर ईडी दफ्तर पहुंची।
इससे पहले सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे करीब 10 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी और आज फिर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली आबकारी नीति में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी ने कविता से पहली बार 11 मार्च को करीब 9 घंटों तक पूछताछ की थी। जिसके बाद उन्हें 16 नवंबर को तलब किया गया था।
16 मार्च को ईडी दफ्तर नहीं हुई थी पेश कविता
जानकारी के अनुसार, कविता ने मामले में ईडी की कार्रवाई के खिलाफ राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपनी लंबित याचिका का हवाला देते हुए पिछले हफ्ते बयान नहीं दिया था।
जांच एजेंसी ने उनके दांवे को खारिज करते हुए उन्हें 20 मार्च को गवाही देने के लिए कहा। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने 24 मार्च को उनकी याचिका पर सुनवाई करने का फैसला सुनाया।
जानकारी के मुताबिक, 11 मार्च को जब कविता से ईडी ने पूछताछ की तो उनका सामना हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई द्वारा दिए गए बयानों से हुआ था। अरुण रामचंद्रन पिल्लई दिल्ली आबकारी घोटाले में आरोपी है, जो कथित रूप से कविता का करीबी है।
इसके अलावा कुछ अन्य लोग भी ममाले में शामिल हैं। ईडी ने मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं।