नई दिल्लीः ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला। मध्य प्रदेश के प्रमुख नेता सिंधिया ने बुधवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
वह मार्च 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे और इस समय राज्यसभा सदस्य हैं। जनरल वी के सिंह ने नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। वह सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री भी हैं। सिंधिया ने जब कार्यभार संभाला, तब उनके साथ वी के सिंह और पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे।
सिंधिया ने ऐसे समय में मंत्रालय का कार्यभार संभाला है, जब नागरिक उड्डयन क्षेत्र को कोरोना वायरस महामारी के कारण मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है। इस क्षेत्र में मांग काफी अधिक प्रभावित हुई है और इसके चलते विमानन कंपनियों को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा रही है। सिंधिया ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के दौरान संचार, वाणिज्य और उद्योग तथा बिजली राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया है।
सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने मुझ पर जो विश्वास किया है, उससे मैं अभिभूत हूं। आज, मैंने नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। एक बेहतर और प्रगतिशील भारत के लिए श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के साथ काम करने का मेरा निरंतर प्रयास रहेगा।’’
महेंद्र नाथ पांडेय ने भारी उद्योग मंत्री के रूप में पदभार संभाला
केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने शुक्रवार को भारी उद्योग मंत्रालय के रूप में कार्यभार संभालते हुए कहा कि वह उद्योग के विकास को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेंगे। पांडेय ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हम मंत्रालय के अधीन आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ इसके अलावा भारी उद्योग राज्यमंत्री के रूप में कृष्ण पाल ने कार्यभार संभाला।
उल्लेखनीय है कि भारी उद्योग मंत्रालय ने हाल में देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को तेजी से अपनाने और इसके विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के लिए फेम इंडिया योजना के दूसरे चरण को दो साल के लिए 31 मार्च, 2024 तक बढ़ा दिया है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक और साझा परिवहन के साधनों के विद्युतीकरण का समर्थन करना है।